प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने WAVES Summit 2025 का उद्घाटन करते हुए नवाचार, सतत विकास और वैश्विक सहयोग पर जोर दिया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने भारत को "वैश्विक लीडर" के रूप में प्रस्तुत करते हुए टेक्नोलॉजी, जलवायु परिवर्तन और आर्थिक समावेशिता पर विस्तार से चर्चा की। सम्मेलन में विश्वभर के लीडर्स, वैज्ञानिकों और नीति-निर्माताओं ने भाग लिया।
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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भव्य समारोह में WAVES Summit 2025 का उद्घाटन किया, जोकि विज्ञान, नवाचार और वैश्विक रणनीतिक विकास के क्षेत्र में एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मंच बन चुका है। इस वर्ष के समिट का विषय था – “Sustainable Synergies for a Resilient Future”, जिसमें दुनिया भर के वैज्ञानिक, नीति निर्माता, इनोवेटर्स और कारोबारी नेताओं ने भाग लिया।
उद्घाटन भाषण में पीएम मोदी ने कहा, “भारत केवल एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था नहीं, बल्कि वैश्विक भविष्य के निर्माण में एक विकासशील नेतृत्वकर्ता की भूमिका निभा रहा है। WAVES समिट 2025 इस बात का प्रमाण है कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नीति का सम्मिलन ही दुनिया को स्थायी समाधान दे सकता है।”
प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से टेक्नोलॉजी आधारित विकास, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाइमेट टेक्नोलॉजी और ग्रीन इनोवेशन के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों और संभावनाओं को रेखांकित किया। उन्होंने स्टार्टअप इंडिया, डिजिटल इंडिया और Make in India जैसे अभियानों को वैश्विक सफलता मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया और कहा कि भारत आने वाले वर्षों में नवाचार का वैश्विक केंद्र बनकर उभरेगा।
पीएम मोदी ने विकासशील देशों को एकजुट होकर ग्लोबल साउथ के दृष्टिकोण को मजबूती देने का आह्वान किया और कहा कि वैश्विक समाधान लोकल इनोवेशन और वैश्विक सहयोग के बिना संभव नहीं।
WAVES Summit 2025 में 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए, जिनमें संयुक्त राष्ट्र, G20 देशों, और विभिन्न बहुराष्ट्रीय संगठनों के सदस्य भी शामिल थे। सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन, सतत ऊर्जा, स्वास्थ्य प्रणाली, और डिजिटल लोकतंत्र जैसे प्रमुख विषयों पर चर्चाएं हुईं।
सम्मेलन के दौरान एक “Innovation for Humanity” एक्सपो भी आयोजित किया गया, जिसमें भारत सहित दुनिया भर के स्टार्टअप्स ने अपने नवाचार प्रस्तुत किए। पीएम मोदी ने इस एक्सपो का दौरा कर नवाचारों की सराहना की और भारतीय युवाओं को “नए विचारों के साथ आगे आने” का प्रोत्साहन दिया।
पीएम मोदी ने अपने भाषण में भारत की जलवायु प्रतिबद्धताओं को भी दोहराया और बताया कि भारत न केवल अपने राष्ट्रीय लक्ष्यों की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है, बल्कि वैश्विक साझेदारी के तहत अन्य देशों की भी मदद कर रहा है। उन्होंने International Solar Alliance (ISA) और Lifestyle for Environment (LiFE) Mission का विशेष उल्लेख किया।
पीएम मोदी ने भारत को “वैश्विक स्थिरता और समावेशिता का स्तंभ” बताते हुए कहा कि भारत की नीति “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास” अब एक वैश्विक मंत्र बन चुकी है। उन्होंने WAVES जैसे प्लेटफॉर्म को ग्लोबल इंटेलेक्चुअल कनेक्टिविटी का माध्यम बताया, जो विचारों को क्रियान्वयन में बदलने का कार्य कर रहा है।
अंत में, उन्होंने युवाओं, वैज्ञानिकों और नीति-निर्माताओं से आग्रह किया कि वे आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरित, समावेशी और सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करें।