उत्तराखंड में निकाय चुनाव की तैयारी के बीच भाजपा में चुनाव लड़ने के लिए दावेदारों की फौज उमड़ती हुई नजर आ रही है। बात देहरादून नगर निगम की करें तो मेयर के दावेदारों ने पार्टी की टेंशन बढ़ा दी है। मेयर के साथ साथ पार्षद के लिए भी जिस तरह दावेदार सामने आ रहे हैं, उससे टिकट पाने के लिए पार्टी के भीतर दिलचस्प घमासान देखने को मिल रहा है।
Updated Date
देहरादून। उत्तराखंड में निकाय चुनाव की तैयारी के बीच भाजपा में चुनाव लड़ने के लिए दावेदारों की फौज उमड़ती हुई नजर आ रही है। बात देहरादून नगर निगम की करें तो मेयर के दावेदारों ने पार्टी की टेंशन बढ़ा दी है। मेयर के साथ साथ पार्षद के लिए भी जिस तरह दावेदार सामने आ रहे हैं, उससे टिकट पाने के लिए पार्टी के भीतर दिलचस्प घमासान देखने को मिल रहा है।
निकाय चुनाव की तैयारी के बीच बीजेपी में चुनाव लड़ने वाले नेताओं की फौज उमड़ रही है। बात अगर देहरादून नगर निगम की करें तो मेयर पद के लिए करीब 20 दावेदारों ने दावेदारी पेश कर दी है। वहीं 100 वार्ड वाले नगर निगम में 850 से ज्यादा दावेदार हैं जिन्होंने दावेदारी पेश कर दी है। मेयर सीट के लिए कौन से वो नाम हैं जिन्होंने दावेदारी पेश की है या जिनके नाम की चर्चा चल रही है, आपको विस्तार से बताते हैं।
भाजपा के जो नेता दावेदारी कर रहे हैं उनमें अनिल गोयल, पुनीत मित्तल, सौरभ थपलियाल, कुलदीप बुटोला, विनोद उनियाल, अमित कपूर, वीरेंद्र बिष्ट, दिगंबर नेगी, रविंद्र जुगरान, प्रकाश सुमन ध्यानी, धीरेन्द्र पंवार, श्याम अग्रवाल, विशाल गुप्ता, राजकुमार पुरोहित जैसे दिग्गज नेताओं के नाम लिस्ट में हैं यानि एक अनार और सौ बीमार।
बीजेपी के द्वारा निकाय चुनाव में उम्मीदवारों के नाम का पैनल बनाने के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति किए गए है, जो अब निकायों में जाकर जिन दावेदारों दावेदारी की ताकत तोलेंगे, उन नामों की कुछ हद तक छटनी करने का काम भी करेंगे, और चार से पांच नाम का पैनल पार्टी को देंगे।
कुल मिलाकर देखे तो देहरादून महानगर भाजपा में पार्षद के साथ मेयर की सीट को लेकर भी दावेदार पार्टी की टेंशन बढ़ने का काम कर रहे हैं, ऐसे में देखना यही होगा कि आखिरकार पार्टी किसे मेयर के चेहरे में उम्मीदवार बनाती है और जिस तरीके से दावेदार उमड़ रहे हैं क्या हुआ किसी तरीके का नुकसान भी पार्टी के लिए करेंगे यह भी आने वाला समय ही बताएगा क्योंकि एक सीट पर कई दावेदार सामने आ रहे हैं। यानि बीजेपी में टिकट पर घमासान अब शुरू हो गया है।