बिहार के मुजफ्फरपुर में ठगों ने बैंक को ही चूना लगा दिया। नकली सोना देकर बैंक से 7.70 लाख रुपए का लोन ले लिया। मामला शहर के मोतीझील स्थित बैंक ऑफ इंडिया का है।
Updated Date
मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर में ठगों ने बैंक को ही चूना लगा दिया। नकली सोना देकर बैंक से 7.70 लाख रुपए का लोन ले लिया। मामला शहर के मोतीझील स्थित बैंक ऑफ इंडिया का है।
बैंक ऑफ इंडिया के चीफ मैनेजर रामानुज ने नगर थाने में एफआईआर दर्ज करायी है। इसमें न्यू कॉलोनी बालूघाट राज नारायण सिंह और अभिषेक सिंह को आरोपी बनाया गया है। पुलिस एफआईआर के आधार पर मामले की जांच में जुट गयी है। किश्त जमा नहीं होने पर जब बैंक ने वैल्यूएशन कराया तो गहने के भीतर दूसरा मेटल पाया गया। जिसके बाद बैंक के होश उड़ गए। इस शाखा से 254 ग्राम मिलावटी सोने के ज्वेलरी देकर 7.70 लाख रुपए लोन लिया गया।
बैंक ने जब ज्वेलरी का वैल्यूएशन कराया तो पूरा सोना ही नकली निकला
बैंक में लोन की किश्त जमा नहीं होने पर जब ग्राहक के द्वारा जमा किए गए सोने की ज्वेलरी का वैल्यूएशन कराया गया तो आभूषण में दूसरा मेटल पाया गया। इसका कलर भी बदल गया। पूरा सोना ही नकली था। उधर, लोन लेने के समय अभिषेक द्वारा प्रस्तुत किये गये ज्वेलरी को 22 कैरेट का सोना बताकर उसका वैल्यूएशन करने वाले कर्मी की भूमिका के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
बैंक के चीफ मैनेजर रामानुज ने बताया है कि आरोपी अभिषेक सिंह ने उनके मोतीझील ब्रांच में सोने की नेकलेस और चूड़ियां जमा कर गोल्ड लोन लेने के लिए फॉर्म डाला था। इसके आधार पर वह बैंक ऑफ इंडिया से 7.70 लाख रुपए का लोन लिया। इसके बाद उसने लोन की किश्त जमा करना बंद कर दिया।
बैंक की ओर से 30 जुलाई 2022 और सात अक्टूबर 2022 को लोन की राशि चुकता करने के लिए नोटिस भेजा गया। लेकिन उनके द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया। और ना ही लोन की राशि चुकता किया गया। इसके बाद बैंक के नियम के अनुसार नीलामी के लिए जमा कराये गये सोने की वैल्यूएशन के लिए राजीव जायसवाल को बुलाया गया। उन्होंने आभूषण की जांच करने के बाद बताया कि दूसरे मेटल पर गोल्ड चढ़ाया हुआ है। आरोपी अभिषेक सिंह ने बैंक के साथ धोखा किया है।