उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जनपद के जिला संयुक्त अस्पताल में बीते दिन देर शाम पेट दर्द के उपचार के लिए आये 18 वर्ष के युवक की इजेक्शन लगते ही मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया साथ ही इलाज शुरू करने से पहले 5 हजार रूपये नगद मांगने के आरोप लगाया. पूरा मामला बीती शाम लगभग 8 बजे का है.
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सिद्धार्थनगर। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जनपद के जिला संयुक्त अस्पताल में बीते दिन देर शाम पेट दर्द के उपचार के लिए आये 18 वर्ष के युवक की इजेक्शन लगते ही मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया साथ ही इलाज शुरू करने से पहले 5 हजार रूपये नगद मांगने के आरोप लगाया. पूरा मामला बीती शाम लगभग 8 बजे का है.
दरअसल जिले के परसा शाहआलम मुहल्ले के रहने वाले 18 साल के युवक विशाल के पेट में दर्द होने लगा. जिसके बाद परिजन उसे लेकर जिला संयुक्त अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड में लेकर पहुँचे. परिजनों की माने तो उन्होंने बताया कि विशाल के इलाज शुरू करने से पहले ही अस्पताल कर्मचारियों ने उनसे 5 हजार रूपये की मांग कर दी. उन्होंने कहा की नगद तो नहीं है गूगल पे से ट्रांसफर कर सकते है तो नगद लाने की मांग करने लगे. उसके बाद किसी तरह समझाने के बाद लगातार 3 इंजेक्शन लगाए. 2 ही मिनट में युवक की मौत हो गई. मृतक विशाल का 3 दिन पहले एक्सीडेंट हुआ था इसी अस्पताल में प्लास्टर के बाद उसे घर भेज दिया गया था. जिसके बाद विशाल के परिजनों ने अस्पताल की पोल खोल नि शुरू कर दी . वह अस्पताल कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाने लगे. हगामा बढ़ते देख प्रशासन व पुलिस के अधिकारी भी अस्पताल पहुंच गये. जंहा मृतक के पिता ने चिल्ला चिल्लाकर SDM से कहा कि यह कैसा अस्पताल है जंहा कर्मचारी इलाज से पहले रूपये मांगते है. जिसके बाद एसडीएम ललित कुमार मिश्रा ने आश्वासन दिया कि इस घटना की जांच के बाद दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी.