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रेखा गुप्ता BJP की मास्टरस्ट्रोक! जानें दिल्ली CM के लिए ‘महिला’ चेहरा ही क्यों?

दिल्ली के CM की तलाश अब ख़तम हो चुकी है और दिल्ली को फिरसे या ये कहे की दिल्ली को चौथी बार एक महिला CM मिल चुकी है जी है रेखा गुप्ता को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनाने का फैसला बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व का एक मास्टरस्ट्रोक है।

By up bureau 

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दिल्ली। दिल्ली के CM की तलाश अब ख़तम हो चुकी है और दिल्ली को फिरसे या ये कहे की दिल्ली को चौथी बार एक महिला CM मिल चुकी है जी है रेखा गुप्ता को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनाने का फैसला बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व का एक मास्टरस्ट्रोक है।

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इसके अनेक आयाम हैं। यह एक तीर के कई निशाने की तरह हैं दरअसल बीजेपी की पॉलिटिक्स केवल दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को चौतरफा घेरने तक सीमित नहीं है बल्कि आने वाले समय में इस फैसले का असर बिहार से लेकर पश्चिम बंगाल चुनाव तक पड़ने वाला भी माना जा रहा है। हलाकि 27 साल बाद बीजेपी दिल्ली में सत्ता में लौटी है तो पार्टी ने बड़ी बिसात बिछाई है। बीजेपी अपने उस मिशन को पूरा करना चाहती है, जिसे उनसे सन् 1998 में अधूरा छोड़ा था।

अब ये मिशन क्या है और क्या है इसके पीछे का राज़। तो आपको बता दे की आखिरी बार जब सन् 1998 में दिल्ली में बीजेपी की सरकार थी, तब भी यहां सुषमा स्वराज के तौर पर महिला मुख्यमंत्री थीं। अब पार्टी ने लंबे वनवास के बाद एक बार फिर से दिल्ली की कमान महिला को सौंपा है तो इसका संकेत साफ है। बीजेपी को साल 1993 से 1998 तक पांच साल के दौरान ही तीन मुख्यमंत्री बनाने पड़े थे। पहले मदनलाल खुराना और साहिब सिंह वर्मा के बाद बीजेपी ने दिल्ली की सत्ता सुषमा स्वराज को सौंपी। तब बीजेपी का दिल्ली में मिशन अधूरा रह गया था। बार बार सीएम बदलने पर बीजेपी को आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा था।

अब रेखा गुप्ता को दिल्ली की मुख्यमंत्री बनाने का फैसला भले ही लंबी रणनीति का हिस्सा हो लेकिन उनका चयन पहली नजर में सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि है और महिला को बागडोर सौंपने की परंपरा का निर्वाह भी। इसे संयोग कहें कि सुषमा स्वराज के बाद दिल्ली की सत्ता भले ही कांग्रेस पार्टी के पास चली गई लेकिन इसके बावजूद गद्दी पर फिर से शीला दीक्षित के रूप में एक महिला चेहरा ही मिला। बीजेपी ने पांच साल में तीन सीएम बनाए तो कांग्रेस ने तीन बार केवल शीला दीक्षित को ही बतौर मुख्यमंत्री बनाया। शीला ने भी दिल्ली में नया रिकॉर्ड बनाया और विकास का मॉडर्न चेहरा बनीं।

अब 2025 में इतिहास एक बार फिर से खुद को दोहराता दिख रहा है। सत्ता का हस्तांतरण आम आदमी पार्टी की पूर्व महिला सीएम आतिशी से बीजेपी की रेखा गुप्ता के पास हो रहा है। दिल्ली में एक महिला की सत्ता को दूसरी महिला के हाथों सौंपे जाने की ये कहानी वाकई संयोग से कम नहीं।

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