भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें मानवता, सेवा और करुणा का प्रतीक बताया। नड्डा ने कहा कि पोप ने विश्व में सामाजिक एकता और शांति को बढ़ावा दिया और सभी धर्मों के बीच संवाद की एक मिसाल कायम की। इस भावुक संदेश में नड्डा ने उनके योगदान को अमिट और सार्वभौमिक बताया।
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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कैथोलिक चर्च के प्रमुख पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें आधुनिक युग के सबसे प्रभावशाली धार्मिक नेताओं में से एक बताया। अपने आधिकारिक बयान में नड्डा ने कहा कि पोप फ्रांसिस का जीवन मानव सेवा, करुणा और सहिष्णुता के मूल्यों से प्रेरित रहा है।
नड्डा ने लिखा, “पोप फ्रांसिस केवल कैथोलिक समुदाय के धर्मगुरु नहीं थे, बल्कि उन्होंने पूरी दुनिया में शांति, भाईचारे और सामाजिक न्याय के लिए कार्य किया। उनके विचार और कार्य मानवता को लंबे समय तक प्रेरणा देते रहेंगे।”
पोप फ्रांसिस ने अपने कार्यकाल के दौरान गरीबी, जलवायु परिवर्तन, धार्मिक असहिष्णुता और प्रवासियों के अधिकारों जैसे मुद्दों पर बेबाक राय रखी। उन्होंने एक सद्भावना दूत के रूप में विभिन्न राष्ट्रों और समुदायों के बीच सांप्रदायिक एकता को बढ़ावा देने का कार्य किया। जेपी नड्डा ने भी इसी बात को रेखांकित करते हुए कहा कि “भारत जैसे विविधता वाले देश के लिए पोप की शिक्षाएं बेहद उपयोगी और मार्गदर्शक हैं।”
जेपी नड्डा ने यह भी कहा कि पोप फ्रांसिस का जीवन इस बात का उदाहरण है कि कैसे धर्म मानव कल्याण के लिए एकजुट कर सकता है, ना कि बांट सकता है। उन्होंने हमेशा सामाजिक सौहार्द और विश्व शांति की बात की और सभी धर्मों के बीच संवाद और सहअस्तित्व को बढ़ावा दिया।
भारत में भी पोप फ्रांसिस को धार्मिक और सामाजिक नेतृत्व के रूप में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता था। उनके अनेक संदेशों और बयानों को यहां के धार्मिक समुदायों ने सकारात्मक और संतुलित दृष्टिकोण के रूप में अपनाया। नड्डा ने यह भी बताया कि भाजपा सरकार और समाज का एक बड़ा वर्ग पोप के विचारों से प्रेरित और प्रभावित रहा है।
जेपी नड्डा ने कहा कि यह क्षण पूरी दुनिया के लिए भावनात्मक और एकता का संदेश देने वाला है। उन्होंने सभी राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक वर्गों से अपील की कि वे पोप फ्रांसिस के दिखाए मार्ग पर चलें और शांति, करुणा और सेवा के मूल्यों को अपनाएं।