उत्तरप्रदेश में सियासी खींचतान बढ़ती जा रही है। मामला गुटबाजी तक पहुंच गया है। भाजपा के सहयोगी और सरकार के मंत्री डिप्टी सीएम केशव मौर्य के पास हाजिरी लगा रहे हैं।
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लखनऊ। उत्तरप्रदेश में सियासी खींचतान बढ़ती जा रही है। मामला गुटबाजी तक पहुंच गया है। भाजपा के सहयोगी और सरकार के मंत्री डिप्टी सीएम केशव मौर्य के पास हाजिरी लगा रहे हैं। इसे सिर्फ औपचारिक मुलाकात ही नहीं, बल्कि सरकार और संगठन के बीच चल रही खींचतान में शक्ति प्रदर्शन भी माना जा रहा है
ओम प्रकाश राजभर के बाद कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने मौर्य से मुलाकात की। संजय 10 दिन में दूसरी बार मौर्य से मिले हैं। मौर्य ने इस मुलाकात की 2 फोटो X पर पोस्ट की।
बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी ने आजमगढ़ में अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें पंचायती राजमंत्री और सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर को भी बुलाया था। मगर वह नहीं पहुंचे। राजभर उसी शाम को डिप्टी सीएम केशव मौर्य से मिलने पहुंच गए। लखनऊ में दोनों नेताओं की बीच करीब 30 मिनट तक मुलाकात हुई। लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद केंद्र और राज्य सरकार में सब कुछ ठीक नहीं है।
सूत्रों की माने तो यूपी में विपक्ष के फैलाए गए PDA के मकड़जाल को काटने के लिए भाजपा का नेतृत्व मौर्य को पर्दे के पीछे से सपोर्ट करता नजर आ रहा है। यही कारण है कि यूपी में भाजपा के सहयोगी योगी सरकार के खिलाफ नजर आ रहे हैं।
सीएम योगी के बुलडोजर नीति पर निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने कहा था कि इस वक्त आप बुलडोजर चलवाएंगे लोगों के घर गिराएंगे तो वे वोट देंगे क्या। इसके अलावा वे OBC आरक्षण पर भी योगी सरकार को घेरते हुए नजर आए थे
केशव प्रसाद मौर्य के सुर में सुर मिलाते हुए ओपी राजभर ने कहा- कोई भी संगठन कार्यकर्ता से होता है, निश्चित तौर पर संगठन से ही सरकार बनती है, इसलिए जब संगठन नहीं होगा तो सरकार भी नहीं खड़ी रहेगी। मौर्य ने जो कहा था संगठन सरकार से बड़ा होता है, तो यह बात बिल्कुल सही है मै इसका समर्थन करते हैं