प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर सऊदी अरब रवाना हो गए हैं। इस यात्रा के दौरान वे क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) के साथ उच्चस्तरीय वार्ता करेंगे, जहां ऊर्जा सुरक्षा, रणनीतिक निवेश, डिजिटल और ग्रीन ट्रांज़िशन जैसे अहम मुद्दों पर सहमति‑पत्रों की उम्मीद है। साथ ही, खाड़ी क्षेत्र में रह रहे 26 लाख भारतीय प्रवासी समुदाय को भरोसा देने और इस्लामिक वर्ल्ड में भारत की प्रभावी भूमिका को मजबूत करने पर भी फ़ोकस रहेगा।
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ऊर्जा सुरक्षा: भारत अपनी कच्चे तेल की ज़रूरत का ≈18 % सऊदी अरब से आयात करता है। दीर्घकालिक सप्लाई‑डील और कच्चे तेल की कीमत‑स्थिरता पर चर्चा होगी।
निवेश: सऊदी का Public Investment Fund (PIF) भारत के इंफ्रा‑कोरिडोर, रिन्यूएबल एनर्जी और स्टार्ट‑अप इकोसिस्टम में ~$100 बिलियन निवेश लक्ष्य पर काम कर रहा है।
IE2I कॉरिडोर: हाल ही में घोषित India‑Middle East‑Europe Economic Corridor को क्रियान्वित करने के रोडमैप पर दोनों नेता बात करेंगे।
भू‑रणनीतिक समीकरण: खाड़ी में ईरान‑सऊदी सुलह और इजराइल‑ग़ाज़ा टकराव की पृष्ठभूमि में भारत का बैलेंस‑डिप्लोमैसी संदेश महत्वपूर्ण होगा।
क्षेत्र | प्रमुख बिंदु | अनुमानित मूल्य |
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पेट्रो‑केमिकल | पश्चिम भारत में JVC रिफाइनरी‑पेट्रो कॉम्प्लेक्स | $50 bn |
ग्रीन हाइड्रोजन | राजस्थान/गुजरात में संयुक्त उत्पादन | $10 bn |
डिजिटल/AI | Saudi‑India Tech Fund, 5 G + 6 G को‑डेव | $4 bn |
खाद्य सुरक्षा | इंडियन फार्म‑गेट टू सऊदी रिटेल चेन | $1 bn |
(मूल्य अनुमानों पर अंतिम घोषणा Riyadh ज्वाइंट प्रेस नोट में संभव)
Future Investment Initiative (FII) Forum में PM Modi मुख्य भाषण देंगे – विषय: “One Earth, One Family, One Future‑ Sustainable Growth in the Global South.”
Bilateral Strategic Partnership Council की तीसरी बैठक: सह अध्यक्ष – PM Modi व MBS.
Riyadh Metro विज़िट: भारत‑निर्मित रैक और इंजीनियरों की सहभागिता को हाइलाइट करेंगे।
Indian Community Reception: प्रवासी कामगारों के लिए e‑Migrate सुधार, “Madad” grievance सिस्टम और RuPay‑UPI इंटीग्रेशन घोषणा संभव।
ज्वाइंट वार्किंग ग्रुप रिपोर्ट पर हस्ताक्षर: डिफेन्स प्रोडक्शन, ड्रोन, साइबर सुरक्षा को‑डेव.
पश्चिमी हिंद महासागर में Maritime Information Fusion साझा तंत्र; संयुक्त नौसैनिक अभ्यास “Al‑Mohed Al‑Hindi‑24.”
आतंकवाद विरोधी सहयोग पर अपडेटेड “Security Dialogue Road‑Map.”
मोदी सरकार के पिछले नौ वर्षों में UAE, बहरीन, ओमान, कत़र तथा सऊदी के साथ संबंध “ऊर्जा‑बियॉन्ड” स्तर तक बढ़े। इस बार MBS के साथ चर्चा में—
G20 दिल्ली डेक्लरेशन में खाड़ी का समर्थन धन्यवाद।
फिलिस्तीन‑ग़ाज़ा संघर्ष पर “इंडिया की इंसानी‑राहत और दो‑राष्ट्र समाधान” संदेश।
OIC मंच पर भारत‑फ्रेंडली रुख के लिए सऊदी से रचनात्मक सहयोग की अपेक्षा।
2022‑23 द्विपक्षीय व्यापार: $52 bn (भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार)।
प्रवासी रेमिटेंस: सऊदी‑स्थित भारतीयों से $10 bn+ प्रति वर्ष।
सऊदी का Vision 2030 > $3 trillion इन्वेस्टमेंट पाइप‑लाइन; भारत Global South Bridge बन सकता है।
PM को “King Abdulaziz Medal” (2016) के बाद यह तीसरी सऊदी यात्रा है। विश्लेषक मानते हैं कि यह विज़िट—
“Look West 2.0” नीति को मजबूती,
भारत‑खाड़ी साझेदारी को चीन‑पाक ब्लॉक से अलग मुक़ाम,
और देश‑देश के तेल‑उत्पादक‑उपभोक्ता समीकरण को दीर्घकालिक स्थिरता देगी।
PM Modi की 2‑Day Saudi Arabia विज़िट ऊर्जा सुरक्षा, मेगा‑इंफ्रा निवेश, डिजिटल‑ग्रीन ट्रांज़िशन और खाड़ी भू‑राजनीति में भारत की संतुलित yet अग्रणी भूमिका को रेखांकित करेगी। सफल समझौतों से नई दिल्ली‑रियाद को 21वीं सदी के “स्केलेबल पार्टनर” में बदलने की बुनियाद मजबूत होगी।