प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब के आदमपुर एयरबेस का दौरा कर भारतीय वायुसेना के जवानों से मुलाकात की। उन्होंने राष्ट्र की सेवा और समर्पण के लिए सैनिकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत अपने सैनिकों का हमेशा ऋणी रहेगा। इस दौरे के दौरान पीएम मोदी ने सुरक्षा बलों के योगदान को राष्ट्र निर्माण की रीढ़ बताया।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देश की रक्षा में जुटे सैनिकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना और सम्मान को प्रकट किया है। इस बार उन्होंने पंजाब के आदमपुर एयरबेस का दौरा किया, जहां उन्होंने भारतीय वायुसेना के अधिकारियों और जवानों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने वहां मौजूद सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा, “India is eternally grateful to you. भारत आपके त्याग, साहस और समर्पण को कभी नहीं भूलेगा।”
यह दौरा केवल एक औपचारिकता नहीं था, बल्कि यह भारत सरकार द्वारा सैनिकों के मनोबल को बढ़ाने और उनकी निस्वार्थ सेवा को सम्मान देने का प्रयास भी था। पीएम मोदी का यह दौरा विशेष रूप से वायुसेना दिवस के मौके पर और मौजूदा राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियों की पृष्ठभूमि में और भी अधिक अहमियत रखता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में जवानों के त्याग, अनुशासन और निष्ठा की सराहना करते हुए कहा कि देश की सीमाएं आज सुरक्षित हैं क्योंकि हमारे पास ऐसे बहादुर रक्षक हैं। उन्होंने कहा कि सरकार सैनिकों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और सशस्त्र बलों का आधुनिकीकरण शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है।
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि राष्ट्रवाद और सुरक्षा सरकार की नीति के केंद्र में हैं, और भारतीय सेना का बलिदान हर भारतीय के दिल में गर्व और प्रेरणा का स्रोत है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में “आत्मनिर्भर भारत” की सोच को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि भारत अब रक्षा क्षेत्र में भी स्वदेशी तकनीक और उपकरणों को प्राथमिकता दे रहा है। इससे न केवल भारतीय सेना की ताकत बढ़ रही है, बल्कि स्थानीय उद्योगों और युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी मिल रहे हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार का उद्देश्य है कि आने वाले वर्षों में भारत रक्षा निर्यातक देशों की सूची में प्रमुख भूमिका निभाए और आयात पर निर्भरता कम की जाए।
पीएम मोदी ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार न केवल सीमाओं पर तैनात सैनिकों के लिए बल्कि उनके परिवारों के कल्याण के लिए भी पूरी तरह प्रतिबद्ध है। चाहे वो वन रैंक वन पेंशन हो या आवासीय योजनाएं, सरकार ने कई मोर्चों पर सकारात्मक कार्य किए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, “जवानों की चिंता करना हमारी जिम्मेदारी है। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।”
यह दौरा सामरिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भारत-पाकिस्तान सीमा के पास स्थित एयरबेस है। पीएम मोदी का यहां जाना यह संकेत देता है कि भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सजग है और किसी भी प्रकार की चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।
इसके साथ ही, प्रधानमंत्री ने देशवासियों को संदेश दिया कि देश की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह मजबूत है और वे बेफिक्र होकर अपना कार्य करें।