प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत दौरे पर आए अमेरिका के उपराष्ट्रपति JD Vance का गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों देशों के संबंधों को नई ऊंचाई देने के उद्देश्य से यह मुलाकात बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस स्वागत समारोह के दौरान भारतीय संस्कृति, कूटनीति और सहयोग की झलक देखने को मिली।
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नई दिल्ली:
भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में एक और अहम कदम तब देखने को मिला जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के उपराष्ट्रपति JD Vance का दिल्ली में गर्मजोशी से स्वागत किया। यह दौरा दोनों देशों के बीच कूटनीतिक रिश्तों को नई दिशा देने वाला माना जा रहा है। Vance का भारत आगमन बहुप्रतीक्षित था और उनकी यात्रा को लेकर दोनों देशों में उत्सुकता बनी हुई थी।
JD Vance के भारत आगमन के साथ ही भारतीय संस्कृति और कूटनीति का अनोखा संगम देखने को मिला। अक्षरधाम मंदिर में दर्शन करने से लेकर भारतीय पोशाक में उनके बच्चों की झलक ने इस यात्रा को विशेष बना दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं उन्हें रिसीव कर गहरी मित्रता और सम्मान का संकेत दिया।
प्रधानमंत्री मोदी और उपराष्ट्रपति वेंस की यह मुलाकात भारत-अमेरिका संबंधों के नये युग की शुरुआत मानी जा रही है। इस दौरान दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर आपसी चर्चा की, जिसमें व्यापार, टेक्नोलॉजी, शिक्षा, रक्षा और जलवायु परिवर्तन जैसे विषय शामिल रहे।
भारत और अमेरिका अब प्रतिस्पर्धा से आगे बढ़कर साझेदारी की दिशा में काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर बल दिया कि यह मुलाकात सिर्फ राजनयिक नहीं बल्कि दो लोकतंत्रों की साझी सोच का प्रतीक है। JD Vance ने भी भारत की लोकतांत्रिक परंपरा, प्रगति और नेतृत्व की सराहना की।
उन्होंने कहा, “भारत में आकर हमें सिर्फ सांस्कृतिक समृद्धता नहीं दिखती, बल्कि एक सशक्त लोकतंत्र की झलक भी मिलती है जो दुनिया को प्रेरित करती है।”
दोनों नेताओं के बीच व्यापार, निवेश और तकनीकी सहयोग को लेकर गहन बातचीत हुई। JD Vance ने अमेरिकी कंपनियों को भारत में निवेश बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया और भारत की बढ़ती डिजिटल शक्ति की सराहना की। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, और स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाओं का उल्लेख करते हुए अमेरिकी पक्ष से इन अभियानों में सहयोग मांगा।
भारत और अमेरिका के बीच सुरक्षा, आतंकवाद विरोध और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग पर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात को दोहराया कि एक मजबूत भारत-अमेरिका साझेदारी न केवल दोनों देशों बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए स्थिरता और शांति का आधार बन सकती है।
दोनों नेताओं ने यह भी माना कि केवल सरकारों के बीच सहयोग काफी नहीं है। भारत और अमेरिका के लोगों के बीच सांस्कृतिक और शैक्षणिक आदान-प्रदान, प्रवासी भारतीयों की भूमिका और युवाओं के लिए कार्यक्रम भी उतने ही आवश्यक हैं। JD Vance ने भारत में रहने वाले अमेरिकी समुदाय और शिक्षा के क्षेत्र में दोनों देशों के सहयोग की सराहना की।
JD Vance की यात्रा को लेकर न केवल पारंपरिक मीडिया बल्कि सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा हुई। उनके बच्चों के पारंपरिक भारतीय पोशाक में तस्वीरों ने भारतीयों का दिल जीत लिया। इस मुलाकात को लेकर ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर #JDVanceInIndia और #ModiMeetsVance जैसे ट्रेंड्स चल रहे हैं।
JD Vance की भारत यात्रा और प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई यह मुलाकात सिर्फ एक औपचारिकता नहीं थी, बल्कि यह दो वैश्विक शक्तियों के बीच विश्वास, सहयोग और साझा दृष्टिकोण का प्रतिबिंब थी। इस दौरे से भारत-अमेरिका संबंधों को एक नया आयाम मिलेगा, जिसमें न केवल आर्थिक और रक्षा क्षेत्र शामिल होंगे, बल्कि संस्कृति, शिक्षा और आम नागरिकों के स्तर पर भी गहरा जुड़ाव देखने को मिलेगा।