Pentagon डॉक्युमेंट लीक मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। अमेरिका के एक टॉप डिफेंस सेक्रेटरी को जांच के बीच छुट्टी पर भेज दिया गया है। यह लीक अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा है और अब इस मामले ने वैश्विक स्तर पर हलचल मचा दी है।
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वॉशिंगटन डीसी – अमेरिका में एक और बड़े सुरक्षा उल्लंघन का मामला सामने आया है जिसने पूरे रक्षा मंत्रालय यानी Pentagon को हिला कर रख दिया है। हालिया खुलासे के मुताबिक, टॉप यूएस डिफेंस सेक्रेटरी को संवेदनशील दस्तावेज़ों की लीक जांच के बीच अस्थायी रूप से छुट्टी पर भेज दिया गया है।
यह कदम अमेरिकी प्रशासन की तरफ से उठाया गया है ताकि जांच प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी बनी रहे।
कुछ समय पहले अमेरिकी रक्षा विभाग से जुड़े कई गोपनीय दस्तावेज़ इंटरनेट पर लीक हुए थे, जिनमें रूस-यूक्रेन युद्ध, चीन की सैन्य नीति, और अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की रणनीतियों से जुड़े अहम विवरण शामिल थे। इन दस्तावेज़ों के लीक होने के बाद न केवल अमेरिकी प्रशासन की अंतरराष्ट्रीय छवि पर असर पड़ा, बल्कि कई देशों के साथ कूटनीतिक रिश्तों में भी तनाव आया।
लीक हुए दस्तावेजों में NATO की गुप्त रणनीति, रूस-यूक्रेन युद्ध की अंदरूनी जानकारी, और चीन की साइबर गतिविधियों पर रिपोर्ट शामिल हैं। अमेरिकी प्रशासन के अनुसार, इन दस्तावेज़ों का सार्वजनिक होना राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है।
हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से नाम नहीं लिया गया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार संबंधित व्यक्ति यूएस डिप्टी डिफेंस सेक्रेटरी स्तर के अधिकारी हैं, जो कई वर्षों से अंतरराष्ट्रीय रक्षा मामलों में अहम भूमिका निभा रहे थे।
उन पर संदेह है कि उन्होंने जानकारी की निगरानी में लापरवाही की या फिर किसी स्तर पर डेटा के लीक होने में अप्रत्यक्ष भूमिका निभाई।
एफबीआई, डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस और होमलैंड सिक्योरिटी इस मामले की संयुक्त रूप से जांच कर रहे हैं। व्हाइट हाउस ने साफ किया है कि इस लीक की हर परत को उजागर किया जाएगा, और अगर किसी सरकारी अधिकारी की भूमिका साबित होती है, तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसे “राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता” बताया है।
इस लीक के बाद कई मित्र देशों – जैसे यूके, ऑस्ट्रेलिया, जापान और दक्षिण कोरिया – ने अमेरिका से जवाब मांगा है कि उनके संबंधित दस्तावेज़ कैसे लीक हुए।
विशेष रूप से यूक्रेन ने मांग की है कि अमेरिका इस बात की गारंटी दे कि भविष्य में ऐसे लीक नहीं होंगे, क्योंकि यह उनकी युद्ध नीति को खतरे में डाल सकता है।
Pentagon Leak की खबर जैसे ही सार्वजनिक हुई, ट्विटर और रेडिट पर #PentagonLeak, #USDefense, #NationalSecurityBreach और #TopOfficialOnLeave जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
लोगों ने अमेरिकी सुरक्षा तंत्र की आलोचना करते हुए सवाल उठाया कि ऐसी उच्च-स्तरीय सूचनाएं कैसे लीक हो सकती हैं।