लोकसभा और राज्यसभा में कोई काम नहीं हो सका और कार्यवाही हंगामें की भेंट चढ़ गई....कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अयोग्यता का विरोध करने के लिए कई विपक्षी सदस्य काले कपडे पहनकर आए थे.....
Updated Date
आखिरी दिन भी नहीं हुआ काम
पिछले कई दिनों से संसद लगातार हंगामें की भेंट चढ रहा है….एक भी दिन सदन की कार्यवाही ठीक तरह से नहीं हो पाई है…जिसके चलते कई काम पूरे नहीं हो पाए….सदन में विपक्ष लगातार अडानी मुद्दे पर JPC की मांग करता रहा…जिसके चलते सदन की कार्यवाही स्थगित होती रही…वहीं संसद की बजट सत्र के आखिरी दिन को दोनों सदनों की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई……..लोकसभा और राज्यसभा में कोई काम नहीं हो सका और कार्यवाही हंगामें की भेंट चढ़ गई….कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अयोग्यता का विरोध करने के लिए कई विपक्षी सदस्य काले कपडे पहनकर आए थे…..वहीं बीजेपी के ज्यादातर सांसदों ने भगवा पट्टा पहना था….इस दौरान कई विपक्षी दलों ने लोकसभा स्पीकर की चाय पार्टी से भी दूरी बनाई…..
राहुल और अडानी मुद्दा गूंजा
आपको बता दें कि लोकसभा और राज्यसभा में राहुल गांधी समेत अडानी मुद्दा गूंजा….सत्ता पक्ष ने ब्रिटेन में राहुल गांधी की ओर से लोकतंत्र पर दिए गए बयान को लेकर माफी की मांग पर अड़ा रहा….. हंगामे के बाद लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई……वहीं सदन की कार्यवाही को लेकर संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि बजट सत्र के दूसरे चरण में लोकसभा में उत्पादकता केवल 34% रही…जबकि राज्यसभा में उत्पादकता केवल 24 फीसदी रही….दोनों सदनों में वित्त विधेयक को मिलाकर 8 नए बिल पेश किए गए…जबकि दोनों सदनों से कुल 6 बिल पारित किए गए…..उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि वित्त विधेयक पर चर्चा हो…
विपक्ष ने चाय पार्टी का किया बहिष्कार
उधऱ सभी विपक्षी दलों ने संसद के बजट संत्र के आखिरी दिन एकजुटता दिखाई कि आगे मिलकर काम करने का संकल्प लिया और आरोप लगाया कि इस सत्र में कार्यवाही बाधित रहने के लिए पूरी तरह से सरकार जिम्मेदार है….साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की ओर से आयोजित होने वाली शाम की चाय पार्टी में भी कांग्रेस समेत 13 विपक्षी दलों ने शामिल नहीं होने का फैसला लिया है….वहीं सत्र खत्म होने पर विपक्षी सांसदों ने संसद से विजय चौक पर तिरंगा मार्च निकाला…इस मार्च में 20 पार्टियां शामिल हुई…तिरंगा मार्च में सोनिया यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी शामिल हुए…..इस दौरान विपक्षी दलों ने कहा कि अगर सदन का ऐसा ही हाल रहा तो लोकतंत्र खत्म हो जाएगा…..