पाकिस्तान ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में संघर्षविराम का उल्लंघन करते हुए ड्रोन और गोलीबारी के जरिए नागरिक इलाकों को निशाना बनाया। इस हमले में कुछ घरों को नुकसान पहुंचा और लोगों में दहशत का माहौल है। भारतीय सेना ने भी तुरंत जवाबी कार्रवाई की और सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
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जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से एक बार फिर संघर्षविराम का उल्लंघन किया गया, जिसमें ड्रोन और मोर्टार शेलिंग के जरिए नागरिक इलाकों को निशाना बनाया गया। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब भारत और पाकिस्तान के बीच सीमावर्ती इलाकों में तनाव पहले से ही बना हुआ है। इस हमले में कई घरों को नुकसान पहुंचा और स्थानीय लोग अपने परिवारों को लेकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागते देखे गए।
भारत ने 2003 के सीजफायर समझौते को मानते हुए शांति बनाए रखने की कोशिश की थी, लेकिन पाकिस्तान की लगातार उकसाने वाली गतिविधियों से एक बार फिर से माहौल बिगड़ गया है। भारतीय सेना ने हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया और सीमाई क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
पाकिस्तान द्वारा भेजे गए ड्रोन उरी सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश में थे और उन्होंने पहले से चिन्हित नागरिक इलाकों पर एक से अधिक विस्फोटक गिराए। भारतीय रडार और निगरानी तंत्र ने ड्रोन की गतिविधियों को समय रहते पकड़ लिया, लेकिन कुछ ड्रोन सीमाओं के भीतर दाखिल होने में सफल रहे। इन हमलों का मकसद स्पष्ट रूप से स्थानीय नागरिकों में डर पैदा करना और सीमा पर अशांति फैलाना था।
भारतीय सेना ने तुरंत जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलीबारी और ड्रोन रोधी तकनीक का इस्तेमाल किया। सुरक्षाबलों ने आसपास के इलाकों को खाली करवाया और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। इस कार्रवाई में किसी की जान जाने की खबर नहीं है, लेकिन कई घरों और खेतों को नुकसान पहुंचा है।
भारतीय सेना ने स्पष्ट कहा है कि यदि पाकिस्तान ने इस तरह की उकसाने वाली गतिविधियां जारी रखीं, तो उन्हें इसका कड़ा और निर्णायक जवाब मिलेगा। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा तंत्र को और मजबूत किया गया है, और हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है।
इस बीच केंद्र सरकार ने भी इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत अपनी सीमाओं की रक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है और पाकिस्तान की हर साजिश का माकूल जवाब दिया जाएगा।
इस हमले पर भारत के नेताओं ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। विपक्ष और सत्ताधारी दलों ने एकजुट होकर पाकिस्तान की निंदा की है। विदेश मंत्रालय ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वे पाकिस्तान पर दबाव बनाएं ताकि वह इस प्रकार के सीजफायर उल्लंघन और आतंकी गतिविधियों से बाज आए।
हमले के बाद उरी और आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है। प्रशासन ने स्कूलों को बंद कर दिया है और लोगों को जरूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। स्थानीय प्रशासन और NDRF की टीमें मौके पर राहत कार्यों में जुटी हैं। सरकार की ओर से यह भी आश्वासन दिया गया है कि पीड़ित परिवारों को मुआवजा और मदद प्रदान की जाएगी।