Pakistan Army Chief ने एक बार फिर कश्मीर को लेकर विवादित बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कश्मीर को पाकिस्तान की "शाह-रग" बताया और कहा कि "इसे हम कभी नहीं भूल सकते।" यह बयान भारत की संप्रभुता पर सीधा हमला माना जा रहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस बयान की निंदा करते हुए स्पष्ट किया कि कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और रहेगा।
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Pakistan Army Chief ने फिर दोहराया ‘कश्मीर हमारी शाह-रग’ का राग, भारत ने दिया करारा जवाब
पाकिस्तान के सेना प्रमुख (Pakistan Army Chief) जनरल आसिम मुनीर ने एक बार फिर कश्मीर को लेकर भड़काऊ बयान दिया है। अपने ताजा भाषण में उन्होंने कहा, “कश्मीर हमारी शाह-रग (jugular vein) है और पाकिस्तान इसे कभी नहीं भूल सकता।” यह बयान ऐसे समय आया है जब पाकिस्तान में राजनीतिक और आर्थिक हालात बेहद नाजुक दौर से गुजर रहे हैं। इस बयान ने एक बार फिर भारत-पाक रिश्तों में कड़वाहट बढ़ा दी है।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख का यह बयान न सिर्फ भारत की क्षेत्रीय अखंडता पर हमला है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी पाकिस्तान की मंशाओं को उजागर करता है। भारत ने हमेशा स्पष्ट किया है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न हिस्से हैं और रहेंगे, और इस पर कोई भी बयान या दावा पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
भारत का तीखा पलटवार
भारत सरकार ने पाकिस्तान सेना प्रमुख के इस बयान को लेकर सख्त प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि “जम्मू और कश्मीर पर पाकिस्तान की कोई वैध दावेदारी नहीं है। पाकिस्तान पहले अपने देश के हालात सुधारने पर ध्यान दे।” साथ ही भारत ने यह भी दोहराया कि पाकिस्तान को बार-बार कश्मीर का राग अलापना बंद करना चाहिए और आतंकवाद को समर्थन देना रोकना चाहिए।
भड़काऊ बयान की टाइमिंग पर सवाल
जनरल आसिम मुनीर का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान भीतरी स्तर पर भारी दबाव में है। देश में राजनीतिक अस्थिरता, महंगाई और IMF जैसी अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की सख्त शर्तों ने वहां की जनता को परेशानी में डाला हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के बयान पाकिस्तान की जनता का ध्यान असली मुद्दों से हटाने का प्रयास है।
भारत में बढ़ी चिंता, सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
भले ही यह बयान पाकिस्तान की आदत का हिस्सा हो, लेकिन भारतीय सुरक्षा एजेंसियां किसी भी प्रकार की साजिश को लेकर सतर्क हैं। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और संवेदनशील इलाकों में गश्त तेज कर दी गई है। IB और RAW जैसी खुफिया एजेंसियां लगातार सीमावर्ती गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं।
कूटनीतिक मोर्चे पर भारत की सख्ती
भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी पाकिस्तान को बेनकाब करने का सिलसिला जारी रखा है। संयुक्त राष्ट्र, G20, SCO और अन्य वैश्विक मंचों पर भारत ने कश्मीर पर पाकिस्तान की कथनी और करनी को उजागर किया है। भारत की कूटनीति स्पष्ट रही है—“बातचीत और आतंक एक साथ नहीं चल सकते।”
पाकिस्तान की कश्मीर नीति: पुराने झूठ की नई प्रस्तुति
पाकिस्तान की “कश्मीर नीति” दशकों से सिर्फ झूठ और भ्रामक दावों पर आधारित रही है। ‘कश्मीर की आज़ादी’ का नारा देकर वह बार-बार वहां आतंकवाद को बढ़ावा देता रहा है। लेकिन सच्चाई यह है कि जम्मू-कश्मीर में हाल के वर्षों में विकास, लोकतंत्र और सामान्य जीवन की वापसी ने पाकिस्तान के झूठे प्रचार की पोल खोल दी है।
सोशल मीडिया पर भी मचा घमासान
Pakistan Army Chief के बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोग भड़क उठे हैं। ट्विटर पर #KashmirIsIndia, #PakistanPropagandaFail, और #IndiaSlamsPakistan जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। भारतीय यूज़र्स पाकिस्तान की दोहरी नीति और आंतरिक विफलताओं को उजागर कर रहे हैं।
आगे की रणनीति: भारत का संदेश साफ
भारत ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि वह कश्मीर पर किसी प्रकार की चर्चा के लिए तैयार नहीं, जब तक कि पाकिस्तान आतंकवाद पर लगाम न लगाए। भारत की सुरक्षा नीति और कूटनीति अब पहले से कहीं अधिक सख्त और स्पष्ट है।