जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले पर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस घटना को हिंदू समाज पर सीधा हमला बताया और सभी हिंदुओं से एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ खड़े होने की अपील की। शंकराचार्य ने सरकार से भी इस हमले का सख्त जवाब देने की मांग की है।
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में निर्दोष तीर्थयात्रियों की जान जाने पर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने इस घटना को हिंदू समाज पर सुनियोजित हमला करार देते हुए सभी हिंदुओं से एकजुट होने की अपील की। शंकराचार्य ने कहा कि अब समय आ गया है जब हिंदू समाज को धर्म और राष्ट्र रक्षा के लिए एकजुट होना चाहिए।
शंकराचार्य ने अपने बयान में सरकार से भी अपील की कि आतंकवाद के खिलाफ कड़ा और निर्णायक कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि “जो लोग निहत्थे श्रद्धालुओं पर हमला करते हैं, वे मानवता के सबसे बड़े दुश्मन हैं और इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”
अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि आज हिंदू समाज को अपनी आस्था और अस्तित्व की रक्षा के लिए एकजुट होना होगा। उन्होंने हिंदुओं से अपील करते हुए कहा कि “अब समय है कि हम एक स्वर में बोलें, एकजुट होकर आतंकवाद का मुकाबला करें और अपने धर्म स्थलों तथा तीर्थ यात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करें।”
उनके अनुसार, यदि समय रहते हिंदू समाज एकजुट नहीं हुआ तो भविष्य में और भी बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। शंकराचार्य का संदेश था कि यह केवल पहलगाम की नहीं, पूरे देश की सुरक्षा और आस्था की लड़ाई है।
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने केंद्र और राज्य सरकार से आग्रह किया कि इस हमले में शामिल आतंकियों और उनके मददगारों के खिलाफ तत्काल कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि “शब्दों से नहीं, अब कार्यों से जवाब देने का समय है। सरकार को आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर पूरी निष्ठा से अमल करना चाहिए।”
इसके साथ ही उन्होंने सेना और सुरक्षाबलों की भी सराहना की और विश्वास जताया कि यदि उन्हें पूरी स्वतंत्रता दी जाए तो वे आतंकवाद को जड़ से खत्म कर सकते हैं।
पहलगाम हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर फैल गई है। अलग-अलग धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने हमले की निंदा करते हुए एकजुटता का संदेश दिया है। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के बयान को भी पूरे देश में व्यापक समर्थन मिल रहा है। कई संगठनों ने उनके आह्वान पर जनजागरण अभियानों की शुरुआत कर दी है ताकि हिंदू समाज को आतंकवाद के खिलाफ संगठित किया जा सके।
पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा शत्रु है। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का आह्वान न केवल हिंदू समाज के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है कि आतंकवाद के खिलाफ अब और अधिक मजबूती से खड़ा होना आवश्यक है। सरकार, समाज और सुरक्षाबलों को मिलकर इस चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देना ही एकमात्र उपाय है।