जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि ऐसे हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाने की अपील की है।
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने देश को एक बार फिर झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में कई निर्दोष लोगों की जान चली गई, और इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सख्त कार्रवाई की अपील की। राहुल गांधी ने अपने बयान में कहा, “यह समय है जब भारत सरकार को आतंकवाद के खिलाफ कड़ी और निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए। आतंकवादियों के खिलाफ कोई भी नरमी नहीं बरती जानी चाहिए।”
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को इस घटना पर केवल बयान देने की बजाय ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं फिर से न हो सकें। उन्होंने केंद्र सरकार से इस हमले को लेकर गंभीर जांच और आतंकवाद के खिलाफ पूरी ताकत से अभियान चलाने की मांग की।
राहुल गांधी ने पहलगाम हमले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सवाल उठाया कि जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था आखिर क्यों कमजोर हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ी हैं और सुरक्षा एजेंसियां इसे रोकने में नाकाम रही हैं। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी से यह भी सवाल किया कि क्या इस हमले के बाद सरकार जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाने जा रही है।
कांग्रेस नेता ने जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आतंकी घटनाओं को लेकर चिंता व्यक्त की और कहा कि अब समय आ गया है जब प्रधानमंत्री को अपनी सरकार की नीतियों पर पुनर्विचार करना चाहिए। उनका यह भी कहना था कि प्रधानमंत्री मोदी को आतंकवाद के खिलाफ केवल राजनीतिक बयान नहीं देने चाहिए, बल्कि सुरक्षा बलों को पूरी छूट देनी चाहिए ताकि आतंकवाद को जड़ से उखाड़ा जा सके।
राहुल गांधी के इस बयान के बाद, अब पूरे देश की नजरें प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं। क्या प्रधानमंत्री मोदी इस मुद्दे पर जवाब देंगे और क्या वह आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए कोई नया कदम उठाएंगे, यह देखना होगा। प्रधानमंत्री के इस मुद्दे पर अपनी नीति को स्पष्ट करने से आतंकवादियों के खिलाफ सशक्त कदम उठाने का संकेत मिल सकता है।
वहीं, राहुल गांधी के बयान को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है। कांग्रेस ने पहले भी प्रधानमंत्री मोदी से कई मुद्दों पर सवाल किए हैं, लेकिन इस बार यह सवाल विशेष रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद से जुड़ा है, जो देश की सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए।
राहुल गांधी का यह बयान केवल कांग्रेस पार्टी का नहीं, बल्कि विपक्षी दलों की एकजुटता का भी संकेत है। आतंकवाद के मुद्दे पर विपक्ष ने कभी भी केवल आरोप-प्रत्यारोप का खेल नहीं खेला, बल्कि हर पार्टी ने इस मुद्दे पर सरकार से ठोस कार्रवाई की अपील की है। कांग्रेस के अलावा, अन्य विपक्षी दलों ने भी जम्मू-कश्मीर में बढ़ते आतंकवाद पर चिंता जताई है और केंद्र सरकार से राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देने का आग्रह किया है।
राहुल गांधी ने इस हमले में मारे गए और घायल हुए लोगों के प्रति अपनी गहरी सहानुभूति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ पूरा देश खड़ा है और उनकी मदद के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।
इसके साथ ही, राहुल गांधी ने यह भी कहा कि जब तक आतंकवाद का समूल नाश नहीं होगा, तब तक कश्मीर घाटी की समस्याओं का हल संभव नहीं है।