जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बीच कांग्रेस नेता अजय राय के ‘नींबू-मिर्च’ वाले बयान को लेकर सियासत गरमा गई है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओपी राजभर ने इस बयान को ‘गंभीर और गैर-जिम्मेदाराना’ करार देते हुए कांग्रेस की मानसिकता पर सवाल उठाए। राजभर ने कहा कि आतंकवाद जैसे मुद्दे पर इस तरह की टिप्पणियां बेहद निंदनीय हैं।
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सियासी हलकों में बयानबाजी तेज़ हो गई है। हमले की गंभीरता के बीच कांग्रेस नेता अजय राय के ‘नींबू-मिर्च टांगने’ वाले बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है। इस बयान को लेकर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के प्रमुख और उत्तर प्रदेश की राजनीति के प्रभावशाली नेता ओपी राजभर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
राजभर ने कहा, “जब देश के निर्दोष नागरिकों को आतंकवादियों ने निशाना बनाया है, तब कांग्रेस नेताओं का इस तरह का अंधविश्वास भरा बयान देना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि यह उनकी गंभीरता पर भी सवाल खड़े करता है।” उन्होंने कहा कि यह समय देश को एकजुट करने का है, न कि राजनीतिक तमाशा करने का।
ओपी राजभर ने आगे कहा कि आतंकवाद जैसे संवेदनशील मुद्दे पर राजनीतिक बयानबाज़ी और हास्यास्पद टिप्पणियां न केवल पीड़ित परिवारों का अपमान हैं, बल्कि यह आतंकियों को भी अप्रत्यक्ष रूप से बढ़ावा देने जैसा है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस की यही सोच रही है, जब भी देश पर संकट आता है, वो तर्क की बजाय तांत्रिक उपायों की बात करती है।”
राजभर ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार को आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, और विपक्ष को भी जिम्मेदारी के साथ पेश आना चाहिए।
ओपी राजभर ने अजय राय के बयान को राजनीतिक दिवालियापन बताया और कहा कि कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी के नेता जब इस तरह के बयान देते हैं, तो वह युवाओं को क्या संदेश देना चाहते हैं? उन्होंने कहा, “देश में जब आतंक का माहौल बना हुआ है, तब विपक्ष को चाहिए कि वह सरकार के साथ खड़ा हो। लेकिन कांग्रेस, हमेशा की तरह, मूर्खतापूर्ण बयान देकर ध्यान भटकाना चाहती है।”
दरअसल, कांग्रेस नेता अजय राय ने मीडिया से बातचीत के दौरान पहलगाम हमले को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा था कि “इस सरकार को अब नींबू-मिर्च बांध लेनी चाहिए क्योंकि यह सरकार कोई भी अपशकुन नहीं झेल सकती।” इस बयान के बाद से सोशल मीडिया पर भी उन्हें भारी आलोचना का सामना करना पड़ा।
जनता का एक बड़ा वर्ग सोशल मीडिया पर अजय राय के बयान को लेकर नाराजगी जता रहा है। कई लोगों ने कहा कि जब देश के जवान और नागरिक मारे जा रहे हैं, तब विपक्ष का मज़ाक उड़ाना बेहद असंवेदनशील है। वहीं BJP और सहयोगी दलों के कई नेताओं ने भी बयान को ‘देश के साथ विश्वासघात’ की संज्ञा दी है।