जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षा बलों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक काउंटर-इन्फिल्ट्रेशन ऑपरेशन शुरू किया। इस ऑपरेशन में दो आतंकियों को मार गिराया गया है। सेना और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से घाटी में फिर से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है।
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए काउंटर-इन्फिल्ट्रेशन ऑपरेशन शुरू किया है। इस कार्रवाई में अब तक दो आतंकियों को मार गिराने में सफलता मिली है। सुरक्षा बलों की त्वरित और सटीक कार्रवाई ने यह संदेश स्पष्ट कर दिया है कि भारत आतंकियों को किसी भी कीमत पर बख्शने वाला नहीं है।
गौरतलब है कि हाल ही में हुए इस आतंकी हमले में निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाया गया था, जिसके बाद पूरे देश में आक्रोश फैल गया था। हमले के तुरंत बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने घाटी में सुरक्षा समीक्षा की और खुफिया एजेंसियों को सक्रिय करने का आदेश दिया। इस आदेश के बाद सेना, CRPF और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से एक कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू किया, जिसके तहत पहलगाम के आस-पास के इलाकों को घेर लिया गया।
मुठभेड़ स्थल से मिले सबूतों से यह साफ हुआ है कि मारे गए आतंकी घुसपैठ के जरिए पाकिस्तान से सीमा पार कर आए थे। उनके पास से AK-47 राइफल, ग्रेनेड और आधुनिक संचार उपकरण बरामद किए गए हैं, जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि यह एक पूर्व नियोजित हमला था। ऑपरेशन में सेना की RR यूनिट और जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स की भूमिका बेहद अहम रही।
सुरक्षा बलों को इस ऑपरेशन में खुफिया एजेंसियों की मदद से इनपुट मिला था, जिसमें बताया गया था कि कुछ संदिग्ध आतंकवादी पहलगाम के जंगलों में छिपे हुए हैं। इसी जानकारी के आधार पर सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन को अंजाम दिया। मुठभेड़ करीब 5 घंटे तक चली, जिसमें सुरक्षाबलों ने न सिर्फ आतंकियों को ढेर किया बल्कि इलाके में शांति बहाल करने का संदेश भी दिया।
इस ऑपरेशन के बाद से घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। पहलगाम और उसके आस-पास के क्षेत्रों में कर्फ्यू जैसे प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किए गए हैं ताकि कोई भी असामाजिक तत्व स्थिति का फायदा न उठा सके। साथ ही सीमावर्ती इलाकों में BSF और सेना की पेट्रोलिंग को दोगुना कर दिया गया है।
इस सफलता पर केंद्र सरकार और स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा बलों की तारीफ की है। वहीं विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे पर राजनीति न करने की अपील की है और कहा कि देश को एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ना होगा। स्थानीय लोगों ने भी सुरक्षाबलों की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है और कहा कि “हमें अपने जवानों पर गर्व है।”