जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का एक विवादित बयान वायरल हो गया है, जिसमें उन्होंने '3 दिन में जंग तय' होने की बात कही है। यह बयान क्षेत्र में तनाव को और भड़काने वाला माना जा रहा है। भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे उकसावे की राजनीति करार दिया है और वैश्विक मंचों पर इसका जवाब देने की बात कही है।
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने देश को गम और गुस्से से भर दिया है। इस बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री द्वारा दिया गया बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि “3 दिन में जंग तय हो सकती है”। इस बयान को न केवल गैर-जिम्मेदाराना माना जा रहा है, बल्कि इसे भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को बढ़ाने वाली टिप्पणी भी करार दिया जा रहा है।
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री के इस बयान ने उस वक्त आग में घी डालने का काम किया, जब भारत अभी-अभी एक बड़ा आतंकी हमला झेल चुका है और पूरा देश गम और आक्रोश से भरा हुआ है। इस बयान ने राजनयिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है, जहां भारत ने इसे सीधा उकसावा करार देते हुए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने की बात कही है।
भारत सरकार ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री के इस बयान को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि यह कूटनीतिक मर्यादा का उल्लंघन है और इस तरह की भाषा एक जिम्मेदार देश के मंत्री को शोभा नहीं देती। रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि भारत शांति का पक्षधर जरूर है लेकिन देश की सुरक्षा और सम्मान से समझौता नहीं किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार, भारत इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने की तैयारी कर रहा है। इसके साथ ही भारतीय रक्षा विशेषज्ञों ने भी इस बयान को हल्के में न लेने की बात कही है।
सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री के बयान को लेकर जनता का गुस्सा फूट पड़ा है। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर लोग पाकिस्तान की इस बयानबाजी को कायराना और उकसाने वाली हरकत बता रहे हैं। हैशटैग्स जैसे #PahalgamAttack, #PakMinisterThreat और #IndiaResponds ट्रेंड कर रहे हैं।
वहीं कुछ सुरक्षा विशेषज्ञों ने भी कहा है कि पाकिस्तान इस तरह की बयानबाजी कर भारत को भावनात्मक रूप से उकसाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन भारत को सजग और रणनीतिक तरीके से जवाब देना चाहिए।
सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि पाकिस्तान को इस बयान के लिए राजनयिक नोट भेजा जाएगा और भारत के उच्चायुक्त से भी इस विषय में संवाद किया जाएगा। इसके अलावा पाकिस्तान में भारत के राजनयिक अधिकारी भी भारत सरकार की नाराज़गी दर्ज कराएंगे।
अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की मानें तो पाकिस्तान का यह बयान वैश्विक मंचों पर उसकी छवि को और नुकसान पहुंचा सकता है, क्योंकि एक लोकतांत्रिक देश में ऐसे बयान किसी भी तरह से उचित नहीं कहे जा सकते।