पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए नेवी अधिकारी विनय नरवाल की अस्थियों का विसर्जन उनके पिता ने हरिद्वार में किया। अस्थि विसर्जन के दौरान पिता का दुख छलक पड़ा और वे अपने आंसू नहीं रोक सके। इस भावुक क्षण ने वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम कर दीं, वहीं पूरे देश में शहीद के प्रति सम्मान और श्रद्धांजलि का माहौल बना रहा।
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए नेवी अधिकारी विनय नरवाल को अंतिम विदाई देने के लिए पूरा देश शोक में डूबा हुआ है। हरिद्वार में उनके अस्थि विसर्जन के दौरान जो दृश्य सामने आए, वे हर भारतीय के दिल को झकझोरने वाले थे। शहीद के पिता जब गंगा तट पर बेटे की अस्थियाँ विसर्जित कर रहे थे, तो उनका दर्द शब्दों में नहीं समा सका। पूरे माहौल में एक गहरी संवेदना और असीम सम्मान की भावना व्याप्त थी।
विनय नरवाल के पिता ने रोते हुए कहा, “मेरा बेटा देश के लिए शहीद हुआ है, मुझे उस पर गर्व है लेकिन एक पिता के दिल का दर्द कोई नहीं समझ सकता।” यह शब्द हरिद्वार में मौजूद हर व्यक्ति की आंखों में आंसू ले आए। गंगा के पवित्र जल में जब अस्थियां प्रवाहित की गईं, तब “विनय नरवाल अमर रहे” के नारे गूंज उठे।
नेवी अधिकारी विनय नरवाल की शहादत ने पूरे देश को झकझोर दिया है। सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक, हर जगह लोग शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। सरकार की ओर से भी आश्वासन दिया गया है कि आतंकियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी और शहीद के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा।
शहीद के परिवार के समर्थन में कई सामाजिक संगठन और आम नागरिक भी सामने आए हैं। हरिद्वार में अस्थि विसर्जन के समय भी सैकड़ों लोग उपस्थित रहे और ‘भारत माता की जय’, ‘विनय नरवाल अमर रहे’ जैसे नारों से वातावरण गूंजता रहा।
पहलगाम हमले के बाद केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि देश अपने शहीदों के सम्मान के लिए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को और तीव्र करेगा। आतंकी संगठनों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन की तैयारी की जा रही है, ताकि ऐसे कायराना हमलों का जड़ से सफाया किया जा सके।
विनय नरवाल और उनके जैसे अन्य शहीदों की कुर्बानी ने एक बार फिर देश को एकजुट कर दिया है। राजनीतिक दलों से लेकर आम नागरिक तक, हर कोई आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है। इस घटना ने यह संदेश दिया है कि जब देश के रक्षक अपने प्राण न्योछावर कर रहे हैं, तो पूरा भारत उनके परिवारों के साथ खड़ा है।