पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद पूरे देश में गम और गुस्से का माहौल है। कश्मीर के स्थानीय नागरिकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है। कश्मीरियों का कहना है कि "पूरा हिंदुस्तान रो रहा है" और अब आतंक के सरपरस्तों को जवाब देना जरूरी हो गया है।
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले ने पूरे देश को गहरे सदमे में डाल दिया है। निर्दोष पर्यटकों पर हुए इस कायराना हमले में कई लोगों की जान चली गई, जिससे कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक आक्रोश और शोक की लहर फैल गई है। इस दर्दनाक घटना के बाद कश्मीरियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है कि आतंकवाद को पनाह देने वाले पाकिस्तान के खिलाफ अब निर्णायक कदम उठाए जाएं।
स्थानीय लोगों का कहना है, “पूरा हिंदुस्तान रो रहा है,” और अब समय आ गया है जब पाकिस्तान को इस प्रकार की कायराना हरकतों के लिए सख्त सजा दी जाए। कश्मीर के कई नागरिकों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे शांति चाहते हैं और आतंकियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं।
पहलगाम हमले के बाद आम कश्मीरी नागरिकों का दर्द सामने आया है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद ने न केवल बाहरी लोगों को निशाना बनाया है, बल्कि घाटी के विकास, पर्यटन और सामान्य जीवन को भी तहस-नहस कर दिया है। कई स्थानीय युवाओं ने कहा कि वे हिंसा से थक चुके हैं और चाहते हैं कि घाटी में एक बार फिर शांति और खुशहाली लौटे।
एक स्थानीय दुकानदार ने भावुक होकर कहा, “हम कश्मीर को फिर से जन्नत बनते देखना चाहते हैं। लेकिन इसके लिए ज़रूरी है कि आतंक को जड़ से उखाड़ फेंका जाए।”
कश्मीरी नागरिकों ने खुलकर पाकिस्तान पर हमला बोला और आरोप लगाया कि पाकिस्तान लगातार आतंकवाद को समर्थन देकर घाटी में अस्थिरता फैला रहा है। स्थानीय युवाओं और बुजुर्गों ने कहा कि भारत सरकार को अब कड़े कदम उठाने चाहिए ताकि पाकिस्तान को उसकी हरकतों की सजा मिल सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए एक स्थानीय नेता ने कहा, “अब बातों से नहीं, काम से जवाब देना होगा।” उन्होंने यह भी कहा कि अगर समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं हुई तो घाटी में अमन बहाल करना और भी कठिन हो जाएगा।
हमले के बाद केंद्र सरकार ने सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा है और आतंकियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया गया है। गृहमंत्री अमित शाह ने भी आश्वासन दिया है कि इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा और आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, सीमा पार से आने वाले आतंकियों के नेटवर्क को खत्म करने के लिए विशेष ऑपरेशन की योजना बनाई जा रही है।
पहलगाम हमले के बाद केवल कश्मीर ही नहीं, बल्कि पूरा देश एक साथ खड़ा नजर आ रहा है। सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक, लोग शहीदों के परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का संकल्प ले रहे हैं।
विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राजनीतिक दलों ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है और केंद्र सरकार से आतंक के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है।