जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कड़ा बयान दिया है। उन्होंने पाकिस्तान पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है कि PoK (पाक अधिकृत कश्मीर) को वापस लिया जाए। भारद्वाज ने केंद्र सरकार से ठोस और निर्णायक कार्रवाई की मांग की।
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को एक बार फिर झकझोर कर रख दिया है। इस दर्दनाक घटना में कई निर्दोष नागरिकों की जान गई, जिससे पूरे देश में रोष की लहर है। इस हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए AAP नेता और दिल्ली के कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अब केवल निंदा करने से काम नहीं चलेगा, बल्कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को भारत में मिलाने का समय आ गया है।
सौरभ भारद्वाज ने साफ शब्दों में कहा, “हर बार हमले के बाद केवल ट्वीट और शोक संदेश जारी कर देना काफी नहीं है। भारत को अब रणनीतिक निर्णय लेना चाहिए और PoK को वापस लेने की दिशा में ठोस कदम उठाना चाहिए। जब तक आतंकी ठिकानों की जड़ नहीं काटी जाती, तब तक ऐसे हमले होते रहेंगे।”
AAP नेता ने केंद्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि देशवासियों को सुरक्षा देने की जिम्मेदारी केंद्र की है, और अब देश ठोस एक्शन चाहता है। उन्होंने कहा, “हर बार मासूम नागरिकों की हत्या की जाती है, और फिर कुछ दिन बाद मामला ठंडा पड़ जाता है। लेकिन अब **’नो मोर’ का समय आ गया है। हमें अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले PoK को वापस लाना होगा, जिससे आतंकवाद की जड़ ही खत्म हो जाए।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत एक सामरिक शक्ति है और यदि सरकार ठान ले, तो इस दिशा में कड़ा कदम उठाया जा सकता है। PoK में मौजूद आतंकी कैंपों पर सीधी कार्रवाई जरूरी है, ताकि भविष्य में इस तरह के हमले दोबारा ना हों।
सौरभ भारद्वाज ने यह भी कहा कि यह समय राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठने का है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे एक सुर में सरकार का समर्थन करें ताकि आतंकवाद के खिलाफ एक सशक्त और प्रभावी नीति बन सके। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकी घटनाओं पर राजनीति करना शहीदों का अपमान है, और अब देश को एक साथ खड़े होने की जरूरत है।
इस हमले के बाद सोशल मीडिया पर भी PoK को वापस लेने की मांग तेजी से उठ रही है। कई नागरिकों और रक्षा विशेषज्ञों ने सरकार से इस दिशा में कार्रवाई की मांग की है। सौरभ भारद्वाज का बयान ऐसे समय आया है जब देशवासी जवाब चाहते हैं। यह बयान इस बात की तरफ इशारा करता है कि अब जनता केवल बयानबाज़ी नहीं, बल्कि ठोस नतीजे चाहती है।