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Operation Sindoor: वीर शहीद सुरेंद्र सिंह को अंतिम विदाई, पूरे गांव की आंखें नम

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुश्मनों से लोहा लेते हुए भारत मां के वीर सपूत सुरेंद्र सिंह शहीद हो गए। उनके पार्थिव शरीर के गांव पहुंचते ही पूरा माहौल ग़मगीन हो गया। अंतिम यात्रा में हजारों लोगों ने शामिल होकर उन्हें अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी। देश ने एक और बहादुर सैनिक को खो दिया, लेकिन उनका बलिदान हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।

By bishanpreet345@gmail.com 

Updated Date

ऑपरेशन सिंदूर में वीरगति को प्राप्त हुए सुरेंद्र सिंह, पूरे गांव ने नम आंखों से दी विदाई

जम्मू-कश्मीर में चल रहे ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत-पाक सीमा पर दुश्मनों से मुकाबला करते हुए भारतीय सेना के बहादुर जवान सुरेंद्र सिंह शहीद हो गए। जैसे ही यह खबर उनके गांव बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश) पहुंची, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। सुरेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर जब तिरंगे में लिपटा उनके पैतृक गांव पहुंचा, तो हर आंख नम थी और हर दिल गर्व से भरा हुआ।

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तिरंगे में लिपटे अपने लाल को देखकर मां बेसुध हो गईं, पिता ने गर्व से बेटे की शहादत को सलाम किया, वहीं गांव वालों ने “भारत माता की जय” और “सुरेंद्र सिंह अमर रहें” के नारों से अंतिम यात्रा को गूंजा दिया। सुरेंद्र सिंह की अंतिम विदाई में स्थानीय विधायक, सैन्य अधिकारी, जिला प्रशासन के लोग और आम नागरिक भारी संख्या में शामिल हुए।

सेना का सलामी सम्मान और राष्ट्र का गर्व

भारतीय सेना ने पूरे सैन्य सम्मान के साथ सुरेंद्र सिंह को अंतिम विदाई दी। शस्त्र झुकाकर सलामी दी गई, और पूरे गांव में वीरगति प्राप्त जवान को सम्मानपूर्वक विदा किया गया। सुरेंद्र सिंह का बलिदान देश के लिए प्रेरणा है, और उनका नाम अब शहीदों की अमर गाथा में जुड़ गया है।

सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने परिवार को भरोसा दिलाया कि सरकार और सेना हर कदम पर उनके साथ है। परिवार को आर्थिक सहायता और वीरता पुरस्कार देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सुरेंद्र सिंह की वीरता की गाथा जल्द ही शौर्य स्मारक में दर्ज की जाएगी।

सुरेंद्र सिंह का जीवन और सेवा

30 वर्षीय सुरेंद्र सिंह पिछले आठ वर्षों से भारतीय सेना में सेवा दे रहे थे। वे शुरू से ही सेना में भर्ती होकर देश सेवा करना चाहते थे। उनके साथी बताते हैं कि वे बेहद अनुशासित, निडर और प्रेरणादायक व्यक्तित्व के धनी थे। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उन्होंने अग्रिम मोर्चे पर रहते हुए आतंकियों से मुकाबला किया और अपने प्राणों की आहुति दे दी, लेकिन देश की रक्षा में कोई समझौता नहीं किया।

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पूरे देश से श्रद्धांजलि, सोशल मीडिया पर श्रद्धा सैलाब

सुरेंद्र सिंह की शहादत पर देशभर से शोक और गर्व के संदेश आने लगे। सोशल मीडिया पर #ShaheedSurendraSingh और #OperationSindoor ट्रेंड करने लगे। लोगों ने उन्हें राष्ट्रीय नायक बताते हुए उनके बलिदान को सलाम किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्वीट कर शोक जताया और परिवार को सांत्वना दी।

परिवार की मांग: पाकिस्तान को मिले जवाब

सुरेंद्र सिंह के पिता ने सरकार से मांग की कि बेटे की शहादत का बदला लिया जाए और पाकिस्तान को करारा जवाब दिया जाए। उन्होंने कहा, “मेरा बेटा देश के लिए मरा है, और हम चाहते हैं कि उसकी कुर्बानी व्यर्थ जाए। पाकिस्तान की हर हरकत का मुंहतोड़ जवाब मिलना चाहिए।”

गांव वालों ने भी मांग की कि शहीद सुरेंद्र सिंह के नाम पर स्कूल या सड़क का नाम रखा जाए ताकि आने वाली पीढ़ियां उनके बलिदान से प्रेरणा ले सकें।

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