"ऑपरेशन सिंदूर" को लेकर भारतीय वायुसेना और सेना की संयुक्त रणनीति पर एक महत्वपूर्ण ब्रीफिंग आयोजित की गई, जिसमें Col Sofiya Qureshi और Wing Commander Vyomika Singh ने मीडिया को जानकारी दी। दोनों अधिकारियों ने ऑपरेशन के रणनीतिक पहलुओं, लक्ष्यों और सफलता को विस्तार से साझा किया। यह ब्रीफिंग भारत की सैन्य शक्ति और महिला अधिकारियों की अग्रणी भूमिका को भी दर्शाती है।
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भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा अंजाम दिए गए ऑपरेशन सिंदूर ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि भारत किसी भी खतरे का जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है। इस ऑपरेशन की रणनीति, निष्पादन और सफलता के बारे में विस्तार से जानकारी देने के लिए Col Sofiya Qureshi और Wing Commander Vyomika Singh ने एक विशेष प्रेस ब्रीफिंग की।
इस ब्रीफिंग के दौरान दोनों वरिष्ठ महिला अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि कैसे यह संयुक्त सैन्य अभियान भारत की सुरक्षा रणनीति का एक अहम हिस्सा रहा। ऑपरेशन में सटीक एयरस्ट्राइक की गई, जिससे दुश्मन के आतंकी अड्डों को भारी नुकसान पहुंचा। विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन के तकनीकी पहलुओं, टारगेट चयन और मिशन की टाइमिंग पर प्रकाश डाला, जबकि कर्नल सोफिया कुरैशी ने जमीनी रणनीतियों और इंटेलिजेंस साझेदारी की अहमियत को रेखांकित किया।
Col Sofiya Qureshi और Wing Commander Vyomika Singh का इस स्तर की ब्रीफिंग में शामिल होना, भारत में महिलाओं की सैन्य सेवाओं में बढ़ती भूमिका और नेतृत्व क्षमता को उजागर करता है। प्रेस ब्रीफिंग में यह भी बताया गया कि कैसे महिला अधिकारी न केवल रणनीति बना रही हैं, बल्कि जमीनी स्तर पर ऑपरेशन की निगरानी और लीडरशिप में भी भूमिका निभा रही हैं।
यह पहल भारतीय सेना के लिंग-समानता के दृष्टिकोण को भी दर्शाती है और युवाओं के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनती है। कर्नल कुरैशी, जो कि पहले संयुक्त राष्ट्र मिशन का नेतृत्व करने वाली भारतीय महिला अधिकारी रही हैं, ने कहा कि भारतीय सेना अब पूरी तरह “Merit-Based Command Structure” पर कार्य कर रही है।
ऑपरेशन सिंदूर न केवल सामरिक रूप से सफल रहा, बल्कि इसने वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति को भी मजबूत किया है। इस ऑपरेशन ने दिखा दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ “No Compromise” नीति पर अडिग है और अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगा।
Col Qureshi ने बताया कि ऑपरेशन में टारगेट किए गए अड्डों की पहचान महीनों की सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर की गई थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सभी मिशन लोकल इंटेलिजेंस और रियल टाइम निगरानी पर आधारित थे, जिससे सटीकता और प्रभावशीलता दोनों सुनिश्चित की जा सकीं।
Wing Commander Vyomika Singh ने मीडिया और नागरिकों से अपील की कि वे राष्ट्र सुरक्षा से जुड़े विषयों में संवेदनशीलता और जिम्मेदारी दिखाएं। उन्होंने कहा कि “हमें विश्वास है कि देश की जनता और मीडिया हमारी सुरक्षा चुनौतियों को समझती है और गलत सूचनाओं से बचकर देशहित में कार्य करेगी।”
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस भारत की सैन्य शक्ति, रणनीतिक क्षमता और महिला नेतृत्व को दर्शाने वाला एक सशक्त उदाहरण थी, जिसे आने वाले समय में भारतीय रक्षा इतिहास के एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में देखा जाएगा।