पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए कहा कि यह केवल एक पुलिस अभियान नहीं बल्कि नारी सम्मान और सुरक्षा का मिशन है। उन्होंने मध्यप्रदेश पुलिस की कार्रवाई की सराहना की और कहा कि बेटियों के खिलाफ होने वाले अपराधों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह बयान पूरे राज्य में सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
Updated Date
मध्यप्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह कोई सामान्य कानून व्यवस्था की कार्रवाई नहीं है, बल्कि यह “नारी गरिमा और सुरक्षा” का एक व्यापक अभियान है। शिवराज ने कहा कि “हर बेटी की रक्षा करना हमारा नैतिक और संवैधानिक कर्तव्य है। ऑपरेशन सिंदूर इसी कर्तव्य को निभाने का संकल्प है।”
ऑपरेशन सिंदूर को राज्य पुलिस द्वारा उन इलाकों में चलाया जा रहा है, जहां से लगातार छेड़छाड़, यौन उत्पीड़न और महिलाओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं सामने आ रही थीं। इस अभियान के तहत संदिग्धों की गिरफ्तारी, गश्त बढ़ाना, स्कूल-कॉलेज के बाहर विशेष निगरानी और थानों में महिला हेल्प डेस्क को सक्रिय किया गया है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “जब तक मैं जिंदा हूं, तब तक राज्य की बेटियों को डरने की जरूरत नहीं है। सरकार और प्रशासन हर कदम पर उनके साथ है।” उन्होंने मध्यप्रदेश पुलिस और प्रशासन की इस कार्रवाई की प्रशंसा की और कहा कि इस तरह के मिशन समाज को जागरूक करने में मदद करते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर एक राज्य-स्तरीय पुलिस पहल है जिसका उद्देश्य है महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकना। अभियान के तहत सार्वजनिक स्थलों पर निगरानी, आरोपियों की पहचान, और तेज़ कार्रवाई जैसे कई कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस विभाग की महिला इकाइयों को विशेष जिम्मेदारी दी गई है और साइबर निगरानी को भी सक्रिय किया गया है।
इस अभियान को “सिंदूर” नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि यह नारी की गरिमा, अस्मिता और सुरक्षा का प्रतीक है। इसके माध्यम से पुलिस यह संदेश देना चाहती है कि किसी भी महिला या लड़की के खिलाफ होने वाले अपराध को अब चुपचाप सहा नहीं जाएगा।
शिवराज सिंह चौहान के इस बयान को लेकर सियासी हलकों में भी चर्चा तेज हो गई है। जहां एक ओर भाजपा इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस कदम बता रही है, वहीं दूसरी ओर विपक्ष इसे एक चुनावी स्टंट कहकर नकार रहा है। हालांकि ज़मीनी स्तर पर आम जनता ने ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन किया है और सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिल रहा है।
शिवराज ने कहा कि यह केवल पुलिस का काम नहीं है, समाज के हर वर्ग को बेटियों की सुरक्षा के लिए जागरूक होना होगा। उन्होंने माता-पिता, शिक्षकों और समाज के वरिष्ठजनों से अपील की कि वे लड़कियों को आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाएं।
ऑपरेशन सिंदूर केवल एक पुलिस अभियान नहीं बल्कि एक सामाजिक परिवर्तन की पहल है। शिवराज सिंह चौहान के सशक्त बयान ने इसे और मजबूती दी है। यह न केवल अपराधियों को चेतावनी है, बल्कि समाज को जागरूक करने का माध्यम भी है कि बेटियों की सुरक्षा अब प्राथमिकता है।