भारत की ओर से किए गए सफल सैन्य अभियान “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद पाकिस्तान ने बौखलाहट में नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारी गोलीबारी शुरू कर दी। यह हमला पाकिस्तान की तरफ से सीधे जवाब के रूप में देखा जा रहा है, जिससे सीमा पर तनाव और अधिक बढ़ गया है। भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए अपनी चौकियों को हाई अलर्ट पर रखा है।
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भारत द्वारा हाल ही में अंजाम दिए गए ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल आतंकियों के मंसूबों को चकनाचूर कर दिया बल्कि पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर एक बार फिर कठघरे में खड़ा कर दिया। इस सैन्य कार्रवाई में नियंत्रण रेखा के पार आतंकी लॉन्च पैड्स को सफलतापूर्वक निशाना बनाया गया। इस ऑपरेशन के कुछ ही घंटों बाद, पाकिस्तान की ओर से LoC पर भारी गोलीबारी शुरू कर दी गई, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में हालात तनावपूर्ण हो गए हैं।
पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ, राजौरी और उरी सेक्टर में बिना उकसावे के मोर्टार और मशीनगनों से हमला किया। जवाब में, भारतीय सेना ने भी पूरी तत्परता के साथ कार्रवाई की और दुश्मन की चौकियों को निशाना बनाया। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, भारत इस हमले को लेकर पूरी तरह सतर्क है और हर हालात से निपटने को तैयार है।
सीमा पर अचानक बढ़ी इस गोलाबारी के चलते सेना ने स्थानीय नागरिकों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। बंकरों में रहने की अपील की गई और स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया। सरकार ने स्थानीय प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा है और हर ज़रूरी सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
गृहमंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि भारत की “नो टॉलरेंस फॉर टेरर” नीति जारी रहेगी और पाकिस्तान की हर उकसावे वाली कार्रवाई का सटीक जवाब दिया जाएगा। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय दबाव को हटाने और आतंकी नेटवर्क को बचाने की रणनीति हो सकती है।
ऑपरेशन सिंदूर भारत द्वारा सीमा पार आतंकी ठिकानों को खत्म करने के लिए एक सटीक सैन्य कार्रवाई थी। खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद कई आतंकी अड्डों को इस ऑपरेशन में तबाह कर दिया गया। यह कदम भारत की सुरक्षा नीति में आक्रामक रुख को दर्शाता है, जिसमें केवल रक्षात्मक नहीं, बल्कि सर्जिकल जवाब भी शामिल है।
भारत की इस कार्रवाई और पाकिस्तान की प्रतिक्रिया को लेकर संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और यूरोपीय संघ की निगाहें भी दक्षिण एशिया पर टिकी हुई हैं। भारत ने पहले ही अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को समर्थन देने के सबूत प्रस्तुत किए हैं। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि भारत अब कूटनीतिक और सैन्य दोनों स्तरों पर आतंक के खिलाफ लड़ाई को तेज कर रहा है।
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच यह ज़रूरी है कि कूटनीतिक रास्तों को खुला रखा जाए लेकिन साथ ही आतंक के खिलाफ कठोर कार्रवाई भी जारी रहे। ऑपरेशन सिंदूर एक स्पष्ट संदेश है कि भारत अब आतंकियों को सरहद पार भी बख्शने वाला नहीं है।