मुंबई की राजनीति में सनसनी फैलाने वाली खबर सामने आई है, जहां NCP नेता Zeeshan Siddique को जान से मारने की धमकी मिलने का मामला प्रकाश में आया है। उन्होंने दावा किया है कि उनसे फिरौती मांगी गई और उनकी हत्या की साजिश रची गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह मामला राजनीतिक और कानूनी दोनों ही स्तरों पर गंभीर रूप से चर्चा में है।
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मुंबई:
राजनीतिक हलकों में हलचल मचाने वाला एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां NCP के युवा और चर्चित नेता Zeeshan Siddique को धमकी भरे कॉल और मैसेज मिले हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनसे भारी फिरौती मांगी गई और उनकी हत्या की भी योजना बनाई गई थी। इस घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
Zeeshan Siddique के अनुसार, उन्हें कुछ अज्ञात नंबरों से लगातार धमकी भरे कॉल और मैसेज आ रहे थे। इन कॉल्स में उनसे फिरौती मांगी गई और धमकी दी गई कि यदि उन्होंने रकम नहीं दी, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस पूरी साजिश के पीछे एक संगठित गिरोह का हाथ हो सकता है जो नेताओं को टारगेट कर रहा है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए Zeeshan Siddique ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मामला IPC की कई धाराओं के तहत दर्ज किया गया है, जिनमें धमकी देना, फिरौती मांगना, और हत्या की साजिश रचना शामिल हैं।
पुलिस ने धमकी देने वालों की पहचान के लिए कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स (CDR) और डिजिटल फोरेंसिक जांच शुरू कर दी है।
इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। एनसीपी के अन्य नेताओं ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताया है। पार्टी ने मांग की है कि Zeeshan Siddique की सुरक्षा तुरंत बढ़ाई जाए। वहीं, विपक्षी दलों ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक हो गई है।
मीडिया से बात करते हुए Zeeshan Siddique ने कहा:
“यह सिर्फ मेरे खिलाफ नहीं, बल्कि हर उस युवा नेता के खिलाफ है जो ईमानदारी से काम करना चाहता है। मैं डरने वाला नहीं हूं, लेकिन ऐसी घटनाओं से यह साफ है कि अपराधी अब नेताओं को भी निशाना बना रहे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि वे चाहते हैं कि जांच पारदर्शी हो और दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिले।
इस घटना के बाद मुंबई में नेताओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। क्या सार्वजनिक जीवन में सक्रिय नेताओं को पर्याप्त सुरक्षा मिल रही है? यह सवाल अब प्रशासन के सामने खड़ा हो गया है। सरकार ने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच गहराई से की जाएगी और यदि जरूरत पड़ी तो सुरक्षा भी बढ़ाई जाएगी।
Zeeshan Siddique को मिली धमकी कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई नेताओं को इस तरह की धमकियां मिल चुकी हैं। कुछ मामलों में पुलिस ने कार्रवाई की, तो कुछ अब भी अनसुलझे हैं। ऐसे में यह मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में है कि राजनेताओं को किस हद तक असुरक्षा का सामना करना पड़ रहा है।
Zeeshan Siddique को मिली धमकी और फिरौती मांगने की घटना न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्था पर भी एक गंभीर संकेत है। अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस और प्रशासन इस मामले को कितनी गंभीरता से लेते हैं और कब तक दोषियों को कानून के कटघरे में खड़ा करते हैं।