National Herald मामले में चार्जशीट दाखिल होते ही देश की राजनीति में हलचल बढ़ गई है। कांग्रेस पार्टी ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और भाजपा पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया है। पार्टी रणनीति के तहत पूरे देश में भाजपा के खिलाफ आक्रामक प्रचार की तैयारी में जुट गई है। वहीं बीजेपी का दावा है कि कानून अपना काम कर रहा है।
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नई दिल्ली:
National Herald केस में हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद, देश की राजनीति में नई बहस छिड़ गई है। एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई बता रही है, वहीं कांग्रेस पार्टी इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दे रही है। कांग्रेस ने ऐलान किया है कि वह देशभर में भाजपा के खिलाफ जन-जागरण अभियान शुरू करेगी और इस मुद्दे को संसद से सड़क तक उठाएगी।
National Herald मामला एक दशक से ज्यादा पुराना है। इसमें आरोप है कि यंग इंडियन लिमिटेड नाम की कंपनी, जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी की बड़ी हिस्सेदारी है, ने अवैध तरीके से Associated Journals Ltd (AJL) की संपत्तियों का अधिग्रहण किया।
ED की जांच के बाद चार्जशीट दाखिल की गई है जिसमें कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के नाम भी शामिल हैं।
चार्जशीट के तुरंत बाद कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
“यह सिर्फ एक राजनीतिक साजिश है। मोदी सरकार ईडी और सीबीआई जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग कर विपक्ष को डराने का काम कर रही है।”
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार पार्टी जनसभाओं, सोशल मीडिया, और धरनों के ज़रिए भाजपा पर दबाव बनाएगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस और मीडिया ब्रीफिंग्स: देशभर में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस के ज़रिए भाजपा सरकार की “तानाशाही” उजागर करेंगे।
संसद में विरोध: अगर संसद सत्र जारी रहता है तो कांग्रेस इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएगी।
जन जागरण अभियान: ज़िला स्तर तक भाजपा के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
वहीं BJP ने कांग्रेस के आरोपों को पूरी तरह खारिज किया है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा,
“कांग्रेस खुद कानून के शिकंजे में है, और अब बचने के लिए झूठे आरोप लगा रही है। जो गलत करेगा, उसे सजा मिलेगी।”
चार्जशीट दाखिल होने के बाद अब अदालत में सुनवाई का रास्ता खुल गया है। सूत्रों के मुताबिक, ED जल्द ही राहुल गांधी और सोनिया गांधी को समन भेज सकती है। इसके बाद कोर्ट में लंबी कानूनी लड़ाई देखने को मिल सकती है।
विशेषज्ञों की मानें तो National Herald केस पर कांग्रेस की आक्रामकता उसका राजनीतिक अस्तित्व बचाने की कोशिश भी हो सकती है। भाजपा इस पूरे मुद्दे को कानून सम्मत बताते हुए आगे बढ़ रही है, जबकि कांग्रेस इसे अपने नेताओं की प्रतिष्ठा पर हमला मान रही है।
National Herald केस को लेकर सोशल मीडिया पर भी जबरदस्त बहस चल रही है। कांग्रेस समर्थक सरकार की नीयत पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि BJP समर्थक इसे “भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान” कह रहे हैं।
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National Herald केस अब केवल कानूनी मुद्दा नहीं रहा, बल्कि यह राजनीतिक अस्तित्व की लड़ाई बन गया है। एक ओर कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को जनता के बीच लेकर जा रही है, वहीं भाजपा इसे एक न्यायिक प्रक्रिया के रूप में पेश कर रही है। आगामी चुनावों के मद्देनज़र यह मुद्दा और भी बड़ा बन सकता है।