मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस रिहर्सल का मकसद था आतंकी हमलों और आपातकालीन स्थितियों से निपटने की तैयारियों को परखना। सुरक्षा एजेंसियों और रेलवे पुलिस के संयुक्त प्रयास से ये अभ्यास किया गया ताकि रियल टाइम रेस्पॉन्स की दक्षता सुनिश्चित हो सके।
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मुंबई के सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशनों में से एक, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) पर आज सुबह एक मॉक ड्रिल आयोजित की गई। इस रिहर्सल का उद्देश्य संभावित आतंकी हमले, बम ब्लास्ट या किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की तैयारियों को जांचना था। मुंबई पुलिस, रेलवे सुरक्षा बल (RPF), बम स्क्वॉड, दमकल विभाग और मेडिकल टीमों ने इस ड्रिल में हिस्सा लिया।
ड्रिल के दौरान स्टेशन पर एक बॉम्ब थ्रेट सिचुएशन सिम्युलेट की गई, जिसके तहत यात्रियों को त्वरित रूप से निकाला गया और सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके को घेरकर तलाशी अभियान चलाया। यह अभ्यास पूरी तरह रियलिस्टिक सेटअप के तहत किया गया, ताकि एजेंसियां आपस में कोऑर्डिनेशन और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता को परख सकें।
हालांकि मॉक ड्रिल से कुछ देर के लिए स्टेशन पर अफरातफरी का माहौल बन गया, लेकिन अधिकारियों ने पहले ही जनहित में घोषणा कर दी थी कि यह केवल एक अभ्यास है। यात्रियों को समय रहते इसकी जानकारी देने के लिए अनाउंसमेंट, डिजिटल स्क्रीन और पोस्टर्स का इस्तेमाल किया गया। इससे न केवल ड्रिल में व्यवधान नहीं पड़ा, बल्कि आम नागरिकों को भी ऐसे हालात में कैसे प्रतिक्रिया दें, यह समझने का मौका मिला।
इस ड्रिल को सफल बनाने के लिए मुंबई पुलिस, RPF, GRP, NSG और दमकल विभाग ने बेहतरीन तालमेल दिखाया। ट्रेन संचालन को प्रभावित किए बिना ड्रिल को अंजाम दिया गया, जो दिखाता है कि मल्टी एजेंसी कोऑर्डिनेशन अब पहले से काफी मजबूत हो गया है।
मुंबई को 26/11 जैसे भयावह हमलों का अनुभव है, और ऐसे मॉक ड्रिल्स की आवश्यकता समय-समय पर महसूस की जाती है। CSMT स्टेशन पहले भी आतंकवादियों का निशाना बन चुका है, इसलिए यहां सुरक्षा को लेकर प्रशासन हमेशा सजग रहता है। ये मॉक ड्रिल न केवल सुरक्षा बलों की तैयारियों को जांचती है, बल्कि सामान्य जनता में भरोसा भी कायम करती है।
मुंबई जैसे मेट्रो सिटी में लाखों लोग हर रोज ट्रेनों से सफर करते हैं। ऐसे में किसी भी संकट की स्थिति में सभी एजेंसियों का एकसाथ काम करना और आम जनता का सहयोग बेहद जरूरी है। CSMT पर किया गया यह मॉक ड्रिल भविष्य में किसी भी आपदा या आतंकी खतरे से निपटने के लिए व्यवस्थित रणनीति का हिस्सा है।