Morbi Bridge Collapse:मोरबी शहर के पुल टूटने के बाद गुजरात ATS एक्शन में आ गई है,यह हादसा रविवार रात की है इस हादसे में 134 लोगो की मौत हो चुकी है, गुजरात ATS,राज्य खुफिया विभाग और मोरबी पुलिस ने जगह-जगह छापेमारी की,केबल सस्पेंशन ब्रिज की मरम्मत करने वाली ओरेवा कंपनी और अन्य जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ इस छापेमारी में 9 लोगो को गिरफ्तार कर IPC की धाराओं 304, 308 और 114 के तहत FIR दर्ज किया गया है
Updated Date
Gujarat News:मोरबी शहर के पुल टूटने के बाद गुजरात ATS एक्शन में आ गई है,यह हादसा रविवार रात की है इस हादसे में 134 लोगो की मौत हो चुकी है, गुजरात ATS,राज्य खुफिया विभाग और मोरबी पुलिस ने जगह-जगह छापेमारी की,केबल सस्पेंशन ब्रिज की मरम्मत करने वाली ओरेवा कंपनी और अन्य जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ इस छापेमारी में 9 लोगो को गिरफ्तार कर IPC की धाराओं 304, 308 और 114 के तहत FIR दर्ज किया गया है,हिरासत में लिए आरोपियों में ओरेवा के 2 मैनेजर, 2 टिकट क्लर्क, 3 सिक्योरिटी गार्ड और 2 रिपेयरिंग कांट्रेक्टर शामिल हैं,फिलहाल सभी से पूछताछ चल रही है और शाम तक गिरफ्तारी हो सकती है.
इस हादसे में मरने वालों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं. हादसे के बाद से ही मच्छु नदी पर बने केबल सस्पेंशन ब्रिज की मरम्मत करने वाली ओरेवा कंपनी पर सवाल खड़े हो रहे थे, पुल की मरम्मत और रखरखाव का टेंडर हाल ही में ओरेवा कंपनी को मिला था, टेंडर की शर्तों के अनुसार कंपनी को मरम्मत के बाद अगले 15 सालों तक इस पुल का रखरखाव करना था,यह केबल सस्पेंशन ब्रिज 7 महीने की मरम्मत के बाद 26 अक्टूबर को पब्लिक के लिए खोला गया था. पांच दिन बाद ही 30 अक्टूबर की शाम 6:30 से 7 बजे के बीच पुल टूटने की वजह से बड़ा हादसा हो गया.
वहीं मोरबी पुल हादसे की जांच के लिए गुजरात सरकार ने 5 सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन किया है. इस पांच सदस्यीय विशेष जांच दल में आर एंड बी के सचिव संदीप वसावा, आईएएस राजकुमार बेनीवाल, आईपीएस सुभाष त्रिवेदी, चीफ इंजीनियर के. एम. पटेल के साथ डॉ. गोपाल टांक को रखा गया है. यह विशेष जांच टीम हादसे के कारणों का पता लगाएगी.