तो आखिरकार राज्य की 56 लाख से ज्यादा महिलाओं का इंतजार खत्म हुआ । नामकुम के खोजाटोली आर्मी ग्राउंड में राज्य स्तरीय कार्यक्रम के जरिए सीएम हेमंत सोरेन ने प्रदेश की 56 लाख 61 हजार 791 महिला लाभुकों के खाते में मंइयां सम्मान योजना का पैसा ट्रांसफर किया खटाखट खटाखट खटाखट ।
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रांची। तो आखिरकार राज्य की 56 लाख से ज्यादा महिलाओं का इंतजार खत्म हुआ । नामकुम के खोजाटोली आर्मी ग्राउंड में राज्य स्तरीय कार्यक्रम के जरिए सीएम हेमंत सोरेन ने प्रदेश की 56 लाख 61 हजार 791 महिला लाभुकों के खाते में मंइयां सम्मान योजना का पैसा ट्रांसफर किया खटाखट खटाखट खटाखट ।
बता दें कि सीएम हेमंत सोरेन के साथ ही कार्यक्रम में विधायक कल्पना सोरेन भी मौजूद रहीं। अब सरकार इस योजना के जरिए अपने वादों को पूरा करने का दावा कर रही है । जहां एक तरफ सरकार योजनाओँ के जरिए इसे अपनी उपब्धि बता महिला सम्मान की बात कर रही है तो वहीं सियासी इल्जाम का दौर भी विपक्ष की तरफ से शुरू हो चूका है । बीजेपी के दिग्गज बाबूलाल मरंडी का कहना है कि
चुनाव के दौरान किए गए वादे केवल सत्ता हासिल करने का साधन बनकर रह जाएं, तो यह न केवल जनादेश का अपमान है बल्कि जनता के भरोसे के साथ छल भी! जब INDI गठबंधन ने 450 रुपए में गैस सिलेंडर और 3200 रूपए प्रति क्विंटल धान खरीदने का वादा किया था, तब जनता ने इसे अपने भविष्य की उम्मीद के तौर पर देखा था।
अब जब सरकार से इन वादों को पूरा करने की मांग की जा रही है, तो मुख्यमंत्री से लेकर सभी मंत्री गण बहाने गढ़ने में व्यस्त हैं। हेमंत सरकार का रवैया यह केवल जनादेश का अपमान नहीं है, बल्कि नव निर्वाचित विधायकों को भी उपहास का पात्र बना रहा है। जनता समझ चुकी है कि 5 लाख सालाना नौकरी के जुमले की तरह 450 रुपए में गैस सिलेंडर देने का वादा भी केवल सत्ता प्राप्ति के लिए एक प्रपंच था।
झारखंड की हेमंत सरकार ने साल 2023 में राज्यभर की महिलाओं के लिए मैया सम्मान योजना का आगाज किया था। इस योजना के तहत झारखंड सरकार की ओर लाभार्थी महिलाओं को हर महीने एक हजार रुपये दिए जाते थे, जिसके बाद झारखंड सरकार ने राज्य विधानसभा चुनाव 2024 के बाद इस योजना में पैसों में बढ़ोतरी का ऐलान किया और अब उस योजना को धारात्ल पर उतार दिया मगर विपक्ष को ऐतराज है इस बात पर कि उन किए वादों का क्या जो आज भी अधूरे हैं ।