सपा सांसद बर्क के दिन खराब चल रहे है। एक एक कर के उनके कारनामे बेपर्दा हो रहे है।सपा सांसद बर्क अब योगी के रडार पर है।वो रडार जिसने कई माफियाओं पर नकेल कसा है। गलत करने वोलों पर योगा सरकार की जीरों टॉलरेंस की नीति अब सपा सांसद पर कारवाई करने से भी गुरेज नही कर रही।ऐसे में संभल हिंसा आरोपी नंबर 1 बनाए गए। बर्क पर बिजली चोरी को लेकर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
Updated Date
लखनऊ। सपा सांसद बर्क के दिन खराब चल रहे है। एक एक कर के उनके कारनामे बेपर्दा हो रहे है।सपा सांसद बर्क अब योगी के रडार पर है।वो रडार जिसने कई माफियाओं पर नकेल कसा है। गलत करने वोलों पर योगा सरकार की जीरों टॉलरेंस की नीति अब सपा सांसद पर कारवाई करने से भी गुरेज नही कर रही।ऐसे में संभल हिंसा आरोपी नंबर 1 बनाए गए। बर्क पर बिजली चोरी को लेकर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
दूसरी तरफ बाबा का बुलडोजर गरज रहा है। जी हां बर्क के घर पर अब बुलडोजर ने दस्तक दे दी है। समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क के उपर मुसिबतो के बादल छाए हुए है। सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के घर पर बुलडोजर चला है।सपा सांसद के घर के सामने सीढ़ीयां तोड़ दी गईं। बिजली चोरी की एफआईआर दर्ज करने के बाद करीब 1 करोड़ 91 लाख का जुर्माना लगाया गया है।
सपा सांसद पर गिरफ्तारी की भी तलवार लटकी है।बिजली चोरी कर सपा सांसद सालों से घर में बिजली उपकरण इस्तेमाल कर रहे थे।अफसरों ने कहा कि पाई-पाई का हिसाब लिया जाएगा।इस एक्शन से पहले बिजली विभाग सपा सांसद के घर पर भी पहुंचती है। सर्वे किया जाता है। इस सर्वे में कई खुलासे सामले आते है
सांसद बर्क का घर, 3 मंजिला मकान,83 बल्ब का इस्तेमाल,19 पंखे और 3 बड़े AC का यूज, रीडिंग कई महीनों से जीरो
कई महीनों से सपा सांसद बिजली विभाग को चूना लगा रहे थे।संभल हिंसा में FIR के बाद अब अब सपा सांसद पर बिजली चोरी की FIR दर्ज की गयी है। बिजली विभाग ने सपा सांसद पर 1.91 करोड़ का जुर्माना लगाया है।सरकार के निशाने पर चल रहे सांसद जियाउररहमान बर्क की गिरफ्तारी भी हो सकती है।हालाकि संभल हिंसा में दर्ज FIR को लेकर सपा सांसद ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
बता दें कि संभल हिंसा में 10 नामजद और 2750 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।।बहरहाल जिस तरह से संसद में संभल हिंसा का मुद्दा गरमाया है। उससे साफ है कि समाज वादी पार्टी अपने संभल सांसद जियाउररहमान बर्क को आजमखान का दर्जा देना चाहती है। वही जियाउररहमान बर्क पर जिस तरह कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है उससे अंदाजा लगाया जा रहा है योगी सरकार के लिए जियाउररहमान दूसरे आजम खान साबित हो सकते हैं।