ख्वाजा नगरी के नाम से मशहूर राजस्थान के अजमेर की एक मस्जिद में एक मौलाना की बेरहमी से हत्या कर दी गई. मौलाना चीखते-चिल्लाते रहे और बदमाशों ने लाठी और डंडों से पीट-पीटकर उनके प्राण ले लिए. यह घटना अत्यंत दुखद और निंदनीय है. धर्मनिरपेक्षता और धर्मिक सहिष्णुता की भावना को उजागर करने वाले स्थानों पर ऐसी हिंसा का आम लोगों के मन में गहरा दुख और आहति उत्पन्न करता है. अजमेर की मस्जिद में मौलाना की हत्या का मामला सामाजिक, धार्मिक और नैतिक रूप से बेहद चिंताजनक है. धर्मनिरपेक्षता और धार्मिक सहिष्णुता भारतीय समाज की आधारशिला है, और ऐसे घटनाओं से यह आधार हिल जाता है.
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अजमेर
इस घटना का सामना करना दुखद है और यह एक बड़ी चिंता का विषय है. एक और हत्या ने इलाके में आतंक और असुरक्षा का माहौल को बढ़ा दिया है.अजमेर की एक मस्जिद में शुक्रवार देर रात करीब 2 बजे मौलाना की हत्या कर दी गई. तीन नकाबपोश बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया है. घटना के समय मस्जिद में 6 नाबालिग भी थे. बदमाशों ने इन बच्चों को धमकाते हुए कहा था- चिल्लाए तो तुम्हें भी जान से मार देंगे. इसके बाद उन बच्चों को कमरे से बाहर निकाल दिया. शनिवार सुबह से ही पुलिस की टीम मौके पर जांच में जुटी हुई है .और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों की पहचान करने का प्रयास कर रही है. हालांकि, अभी तक अपराधियों के पहचान का कोई स्पष्ट पता नहीं लगा है.
रामगंज पुलिस थाना प्रभारी रवींद्र खींची ने बताया कि मोहम्मदी मदीना मस्जिद, कंचन नगर में रहने वाले मौलाना मोहम्मद माहिर (30) रहते थे. उनके साथ कुछ बच्चे भी थे. तीन बजे के आसपास, जब बच्चे रोते हुए बाहर आए, तो लोगों ने घटना की सूचना पाई. इसके बाद पुलिस को सूचना मिली.
अपने परिवार के साथ मस्जिद में सो रहे थे,मौलाना
पूरा मामला की बात करें तो रामगंज थाना इलाके के मोहम्मदी मदीना मस्जिद का है. मौलाना मोहम्मद माहिर अपने बच्चों के साथ रोज की तरह मस्जिद में बने कमरे में सो रहे थे. अलसुबह अंदर रहने वाले बच्चे चिल्लाते और रोते हुए आए तो आसपास के लोगों को पूरे मामले का पता चला. अब तक की जानकारी में सामने आया है की मस्जिद के पीछे के रास्ते से तीनों बदमाश घुसे और फिर हत्या के अपराध को अंजाम देकर फरार हो गए.
मस्जिद के पीछे दरवाजे से घुसकर किया गया हमला
रामगंज थाना प्रभारी रविंद्र खींची ने बताया कि तीनों बदमाश मस्जिद के पीछे बने एक रास्ते से अंदर घुसे थे. जहां उन्होंने हत्या के अपराध को अंजाम दिया . प्रभारी रविंद्र खींची ने बताया कि मौके पर तलाशी ली गई लेकिन कोई भी सबूत नहीं और उनका मोबाइल भी नहीं मिला. आशंका यह जताई जा रही है कि बच्चे किसी को फोन न कर दें, इसके लिए वे मोबाइल भी साथ ले गए. साथ ही बड़ी सफाई के साथ हत्या कर मौके से फरार हो गये.
यूपी के रहने वाले थे मौलाना
रामगंज थाना प्रभारी रविंद्र खींची ने बताया कि रात करीब तीन बजे थाने पर सूचना मिली कि कंचन नगर गांव में मस्जिद के पास बने एक कमरे में मौलाना की अज्ञात बदमाशों ने डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी. हत्या की सूचना पर मौके पर पहुंचे और आसपास जमा हुए लोगों से मामले की जानकारी जुटाई और अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान शुरू कर दिया. थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक मौलाना का नाम मोहम्मद माहिर है जो यूपी के रामपुरा का निवासी है. अभी यह मस्जिद में मौलाना के पद पर थे, और छोटे बच्चों को पढ़ाते थे.