लेखी ने कहा कि भूख और कुपोषण को समाप्त करना भारत का लक्ष्य है। संयुक्त राष्ट्र ने इसके लिए 2030 तक का जो लक्ष्य तय किया है, भारत भी उसके साथ पूरी तरह जुड़ा हुआ है।
Updated Date
नई दिल्ली, 19 अप्रैल। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि भूख और कुपोषण को खत्म करना भारत का लक्ष्य है।
कुपोषण मुक्त भारत के संकल्प को पूरा करने की ओर अग्रसर मोदी सरकार।
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को 10 हजार करोड़ रूपये की सीधी मदद दी गई साथ ही कामकाजी महिलाओं के लिए मातृत्व अवकाश को 12 सप्ताह से बढ़ाकर 24 सप्ताह किया गया। #SamajikNyay pic.twitter.com/mN96iYd1Bh
— BJP (@BJP4India) April 19, 2022
बीजेपी मुख्यालय में सामाजिक न्याय पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत आयोजित सम्मेलन में मीनाक्षी लेखी ने कहा कि 8 मार्च 2018 को पोषण अभियान लागू किया गया था। उससे पहले इस योजना का नाम 2017 मे न्यूट्रिशन मिशन था। उसको 2018 में पोषण अभियान का नाम देकर बहुत बड़े स्केल पर लागू किया गया।
8 मार्च, 2018 को पोषण अभियान लागू किया गया।
उससे पहले इस योजना का नाम 2017 मे न्यूट्रिशन मिशन था।
उसको 2018 में पोषण अभियान का नाम देकर बहुत बड़े स्केल पर लागू किया गया।
– श्रीमती @M_Lekhi pic.twitter.com/dBzURDGxup
पढ़ें :- अमेरिका-यूक्रेन मिनरल डील: वैश्विक राजनीति में नया मोड़:
— BJP (@BJP4India) April 19, 2022
मीनाक्षी लेखी ने कहा कि इस योजना का मुख्य लक्ष्य बच्चों के जन्म से लेकर उसके पहले 1,000 दिन पर फोकस था। इसमें गर्भवती महिलाएं जो कुपोषण का शिकार होती हैं, वो महिलाएं जिन्हें अपना और अपने बच्चे का ध्यान रखना होता है, बच्चें और किशोर बालिकाएं इस योजना के 4 प्रमुख अंग हैं। इसके तहत कईं और योजनाएं आती हैं। जिनमें प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना, जननी सुरक्षा योजना, स्वच्छ भारत अभियान और लोक वितरण प्रणाली (PDS) योजना के अलावा न्यूट्रिशन नेशनल हेल्थ मिशन आदि योजनाएं भी आती हैं।
इस योजना का मुख्य लक्ष्य बच्चे के जन्म से लेकर उसके पहले 1,000 दिन पर फोकस था।
इसमें गर्भवती महिलाएं जो कुपोषण का शिकार होती हैं, वो महिलाएं जिन्हें अपना और अपने बच्चे का ध्यान रखना होता है, बच्चें और किशोर बालिकाएं इस योजना के 4 प्रमुख अंग हैं।
– श्रीमती @M_Lekhi pic.twitter.com/GB5b7vp03r
पढ़ें :- सूचना का अधिकार अधिनियम 2005: पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की दिशा में एक कदम
— BJP (@BJP4India) April 19, 2022
लेखी ने कहा कि भूख और कुपोषण को समाप्त करना भारत का लक्ष्य है। संयुक्त राष्ट्र ने इसके लिए 2030 तक का जो लक्ष्य तय किया है, भारत भी उसके साथ पूरी तरह जुड़ा हुआ है।
पोषण अभियान से हो रहा है कुपोषण मुक्त भारत का निर्माण।
गरीबों को कुपोषण से मुक्ति और महिलाओं, बच्चों एवं स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए सभी सरकारी योजनाओं में अब तक 7.31 लाख मीट्रिक टन फोर्टीफाइड चावल का वितरण किया गया। #SamajikNyay pic.twitter.com/U2gdi0b3x7
— BJP (@BJP4India) April 19, 2022
बतादें कि पोषण अभियान से हो रहा है कुपोषण मुक्त भारत का निर्माण है। सरकार के मुताबिक गरीबों को कुपोषण से मुक्ति और महिलाओं, बच्चों और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए सभी सरकारी योजनाओं में अब तक 7.31 लाख मीट्रिक टन फोर्टीफाइड चावल का वितरण किया गया है।