कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में मुकाबला मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच है. देश भर के राज्य मुख्यालयों से मतपेटियां मतगणना स्थल यानी कांग्रेस दफ्तर पहुंच चुकी हैं, जहां बुधवार को सुबह 10 बजे वोटों की गिनती शुरू होगी. इसके नतीजे शाम 3 से 4 बजे के बीच आने की संभावना है.
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कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव की आज काउंटिंग होगी, जिसके नतीजे शाम 3 से 4 बजे के बीच आने की संभावना है. देश भर के राज्य मुख्यालयों से मतपेटियां मतगणना स्थल यानी कांग्रेस दफ्तर पहुंच चुकी हैं, जहां बुधवार को सुबह 10 बजे वोटों की गिनती शुरू होगी.पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के एक पदाधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि इन सारी मतपेटियों को कांग्रेस मुख्यालय के भीतर बने स्ट्रॉन्ग रूम में रखा गया है. पार्टी मुख्यालय में ही मतगणना होगी.
दोनों तरफ से काउंटिंग की निगरानी करेंगे 5-5 एजेंट
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में मुकाबला मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच है. दोनों तरफ से 5-5 एजेंट मतगणना की निगरानी करेंगे, जबकि दोनों पक्षों से 2 एजेंट रिजर्व में रखे जाएंगे. इनके अलावा दोनों नेताओं के समर्थक भी कांग्रेस मुख्यालय पहुंचेंगे.
कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने बताया था कि करीब 96 प्रतिशत मतदान हुआ. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं समेत करीब 9500 डेलीगेट (निर्वाचक मंडल के सदस्यों) ने पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए सोमवार को मतदान किया था.
अध्यक्ष पद के चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे का पलड़ा भारी है. खड़गे को गांधी परिवार का समर्थन हासिल है. इसके साथ उनके नामांकन के वक्त पार्टी के तमाम बड़े नेता मौजूद थे.ऐसे में यह माना जा रहा है कि चुनाव में खड़गे की जीत लगभग तय है. बुधवार को मतगणना के बाद उनकी जीत का औपचारिक ऐलान कर दिया जाएगा.
छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव
कांग्रेस पार्टी के 137 साल के इतिहास में छठी बार अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हुआ है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश के मुताबिक, अध्यक्ष पद के लिए अब तक 1939, 1950, 1977, 1997 और 2000 में चुनाव हुए हैं. इस बार पूरे 22 वर्षों के बाद अध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो रहा है. उन्होंने बताया कि इस चुनाव से 24 साल बाद गांधी परिवार के बाहर कोई नेता देश की सबसे पुरानी पार्टी का अध्यक्ष चुना जाएगा. इससे पहले सीताराम केसरी गैर-गांधी अध्यक्ष रहे थे.