दिल्ली के उद्योग मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली के व्यापारी संगठनों के साथ दिल्ली सचिवालय में अहम बैठक की। कहा कि दिल्ली में रोजगार को बढ़ावा देने और दिल्ली को रोजगार हब बनाने की दिशा में दिल्ली सरकार लगातार काम कर रही है।
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नई दिल्ली। दिल्ली के उद्योग मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली के व्यापारी संगठनों के साथ दिल्ली सचिवालय में अहम बैठक की। कहा कि दिल्ली में रोजगार को बढ़ावा देने और दिल्ली को रोजगार हब बनाने की दिशा में दिल्ली सरकार लगातार काम कर रही है।
दिल्ली के 27 अनियोजित औद्योगिक क्षेत्रों के व्यापारी संगठनों ने क्षेत्र को नियोजित करने के लिए गुहार लगाई थी। पूर्व में भी इस संदर्भ में कई बैठकें की जा चुकी हैं। कहा गया कि अनियोजित औद्योगिक क्षेत्रों को नियोजित बनाने हेतु सभी व्यापारियों ने सलाहकार नियुक्ति हेतु आवेदन पत्र जमा कर दिए हैं।
बताया कि औद्योगिक क्षेत्रों के नियोजित होने से व्यापारियों को बैंकों से लोन और सरकारी संस्थानों से लाइसेंस मिल सकेगा। इस संबंध में टेंडर प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने के मंत्री ने आदेश दिए। बुधवार को दिल्ली के उद्योग मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्र के व्यापारी संगठनों के साथ व्यापार संबंधी समस्याओं को लेकर बैठक की।
उद्योग मंत्री ने व्यापारियों संग बैठक कर कार्य की प्रगति की जानकारी ली
दिल्ली के उद्योग मंत्री सौरभ भारद्वाज ने इन व्यापारियों संग बैठक कर कार्य की प्रगति के संबंध में जानकारी ली और बैठक में मौजूद संबंधित विभागों के अधिकारियों को जल्द से जल्द बचे हुए कामों को पूरा करने के निर्देश दिए ताकि इन 27 अनियोजित औद्योगिक क्षेत्र में जो लगभग 27हजार कल कारखाने हैं, उन सभी कारखाना मालिकों तथा उन कारखाने में काम करने वाले लाखों मजदूरों को राहत मिल सके ।
कहा कि नियोजित न होने के कारण इस क्षेत्र के व्यापारी ना तो बैंक से किसी भी प्रकार का रोजगार संबंधी लोन ले पा रहे थे, ना ही किसी भी सरकारी विभाग से किसी प्रकार की सहायता प्राप्त हो पा रही थी I साथ ही साथ संबंधित विभागों से रोजगार संबंधी लाइसेंसों को लेने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था ।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इन सभी व्यापारियों से वादा किया था कि इन क्षेत्रों को भी बाकी अन्य क्षेत्रों की भांति नियोजित किया जाएगा I उन्होंने कहा कि दिल्ली के इन 27 अनियोजित औद्योगिक क्षेत्र के नियोजित होने से न केवल व्यापारियों को ही लाभ पहुंचेगा, अपितु दिल्ली के पढ़े-लिखे युवाओं को रोजगार भी मिलेगाI