यूपी के कानपुर देहात जनपद में चार साल पहले एक ऐसी खौफनाक वारदात हुईं थीं जिससे हर किसी की रूह कांप उठी थी। ये वारदात अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के अकबरपुर कस्बे में हुईं थी।
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कानपुर देहात। यूपी के कानपुर देहात जनपद में चार साल पहले एक ऐसी खौफनाक वारदात हुईं थीं जिससे हर किसी की रूह कांप उठी थी। ये वारदात अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र के अकबरपुर कस्बे में हुईं थी। तारीख थी 28 फ़रवरी सन् 2021…. जहां अकबरपुर के तत्कालीन सभासद जितेन्द्र के घर पर किरायेदार के रूप में महिला सिपाही अपने पति के साथ रहती था। बताया ये गया कि सिपाही का पति गुटका खा कर जगह जगह थूकने के साथ घर पर गंदगी फैलाता था। जिसको लेकर मकान मालकिन जितेंद्र की पत्नी अर्चना ने विरोध किया था। इसी के चलते आए दिन विवाद होता था। एक दिन विवाद इतना बढ़ा की सिपाही के पति अवनीश प्रजापति ने मकान मालकिन अर्चना को देख लेने की धमकी दी और कुछ ही दिन बाद महिला सिपाही के पति अवनीश ने 15 महीने के बेटे हनु, 5 साल की बेटी अक्षिता समेत जितेंद्र की पत्नी अर्चना को डीजल डालकर जिंदा जला दिया था और फ़िर मौके से फरार हो गया था। आग की लपटों को देख इलाके में हड़कंप मच गया था। लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया। कुछ ही देर में पुलिस टीम और फायर ब्रिगेड की गाड़िया पहुंची और आग में झुलसे मां के साथ साथ दोनों मासूमों को अस्पताल ले जाया गया था। जहां उपचार के दौरान दोनों मासूमों की मौत हो गई थीं। तो वही उपचार के दौरान अर्चना ने मजिस्ट्रेड के सामने पूरी वारदात बताते हुए अपना बयान दर्ज कराया था और बाद में अर्चना की भी मौत हो गई थी पुलिस ने मुकदमा दर्ज़ किया और तफ्तीश शुरू हुईं और जांच के बाद पुलिस ने चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की। इसके बाद सहायक शासकीय अधिवक्ता प्रदीप पांडेय ने न्यायधीश के सामने तमाम सारे तथ्य रखें कई तारीखों और बहस के बाद न्यायालय ने आरोपी को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा और 5 लाख रुपय के अर्थदंड से दंडित किया हैं। न्यायालय के फैसले का पीड़ित परिवार ने स्वागत करते हुए धन्यवाद अदा किया है।