श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा, उनके स्वास्थ्य लाभ और चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करने की दिशा में काम करना सरकार की प्राथमिकता है। यह 'विकसित भारत' की दिशा में काम करते हुए अधिक उत्पादक श्रम शक्ति की ओर जाएगा।इस संदर्भ में श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया के मार्गदर्शन में काम करते हुए ईएसआईसी कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) को आयुष्मान भारत की सुविधाओं के साथ जोड़कर, कार्यबल और उनके आश्रितों तक स्वास्थ्य देखभाल पहुंच का विस्तार करने पर काम कर रहा है- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई)।
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नई दिल्ली। श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा, उनके स्वास्थ्य लाभ और चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करने की दिशा में काम करना सरकार की प्राथमिकता है। यह ‘विकसित भारत’ की दिशा में काम करते हुए अधिक उत्पादक श्रम शक्ति की ओर जाएगा।इस संदर्भ में श्रम और रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया के मार्गदर्शन में काम करते हुए ईएसआईसी कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) को आयुष्मान भारत की सुविधाओं के साथ जोड़कर, कार्यबल और उनके आश्रितों तक स्वास्थ्य देखभाल पहुंच का विस्तार करने पर काम कर रहा है- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई)।
इस पहल से 14.43 करोड़ से अधिक ईएसआई लाभार्थियों और उनके परिवारों को लाभ होगा, जिससे उन्हें पूरे भारत में गुणवत्तापूर्ण और व्यापक चिकित्सा देखभाल तक बेहतर पहुंच मिलेगी। इस संदर्भ में, सुश्री सुमिता डावरा, सचिव, श्रम एवं रोजगार, सरकार। भारत सरकार ने 26.11.2024 को इन दोनों योजनाओं के अभिसरण और इसके कार्यान्वयन की पूरी प्रक्रिया की प्रगति की समीक्षा की।इसकी जानकारी ईएसआईसी के महानिदेशक अशोक कुमार सिंह ने दी ।
उन्होंने कहा कि इस अभिसरण के माध्यम से, ईएसआईसी लाभार्थी देश भर में 30,000 से अधिक एबी-पीएमजेएवाई-सूचीबद्ध अस्पतालों में माध्यमिक और तृतीयक चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे, जिसमें उपचार लागत पर कोई वित्तीय सीमा नहीं होगी। यह साझेदारी न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को बढ़ाएगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगी कि उपचार का खर्च पूरी तरह से कवर हो, जिससे सभी लाभार्थियों के लिए स्वास्थ्य सेवा आसानी से सुलभ और सस्ती हो जाएगी। ईएसआई लाभार्थियों के इलाज के लिए देश भर के धर्मार्थ अस्पतालों को भी सूचीबद्ध किया जाएगा।
ईएसआई योजना के तहत 165 अस्पतालों, 1590 औषधालयों, 105 औषधालय सह शाखा कार्यालयों (डीसीबीओ) और लगभग 2900 सूचीबद्ध निजी अस्पतालों के मौजूदा स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे द्वारा देखभाल की जा रही वर्तमान चिकित्सा देखभाल जारी रहेगी। एबी-पीएमजेएवाई के साथ ईएसआई योजना का अभिसरण देश के कार्यबल और उनके आश्रितों को गुणवत्तापूर्ण और सुलभ चिकित्सा देखभाल प्रदान करने की दिशा में ईएसआईसी के प्रयासों को और पूरक और मजबूत करेगा।ईएसआई योजना अब देश के 788 जिलों में से 687 जिलों (2014 में 393 जिलों की तुलना में) में लागू की गई है।
पिछले 10 वर्षों में इस प्रक्रिया में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। पीएमजेएवाई के साथ सहयोग करके, ईएसआई योजना को अब चिकित्सा देखभाल की इस व्यवस्था के प्रावधान के साथ शेष गैर-कार्यान्वित जिलों तक बढ़ाया जा सकता है। एबी-पीएमजेएवाई के साथ ईएसआईसी के अभिसरण से समग्र सामाजिक सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र में उल्लेखनीय वृद्धि होने, स्वास्थ्य समानता को बढ़ावा देने और यह सुनिश्चित करने की उम्मीद है कि गुणवत्तापूर्ण देखभाल उन लोगों के लिए सुलभ है जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।