यूपी के हरदोई जिले के मल्लावां कोतवाली क्षेत्र के बाबटमऊ गांव में एक घर में दबिश के दौरान एक दरोगा का महिला का हाथ पकड़ कर रोकने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना को लेकर ASP ने बताया कि पुलिस को ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा किए जाने की शिकायत मिली थी। जिसके बाद पुलिस वहां पहुंची थी। मामले की जांच सीओ को दी गई है।
Updated Date
हरदोई। यूपी के हरदोई जिले के मल्लावां कोतवाली क्षेत्र के बाबटमऊ गांव में एक घर में दबिश के दौरान एक दरोगा का महिला का हाथ पकड़ कर रोकने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। घटना को लेकर ASP ने बताया कि पुलिस को ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा किए जाने की शिकायत मिली थी। जिसके बाद पुलिस वहां पहुंची थी। मामले की जांच सीओ को दी गई है।
जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। मल्लावां कोतवाली क्षेत्र के दर्जनपुरवा मजरा बाबटमऊ निवासी चरन सिंह पुत्र मिश्रीलाल के घर पर मल्लावां कोतवाली में तैनात दरोगा रामलाल सोनकर और एक सिपाही घर में घुसे। जहां चरन को पुलिस बाबटमऊ में जमीन पर कब्जे के आरोप में गिरिफ्तार करने को लेकर गईं थी। अचानक पुलिस को घर में घुसता देख उसकी पत्नी और पुत्र ने विरोध किया।
ऐसे में दरोगा रामलाल सोनकर को महिला रोकने का प्रयास करती है। जिसमें उसका हाथ पकड़ते उपरोक्त दरोगा दिखाई दे रहा। घर में चरन और उसकी पत्नी के साथ पुलिस की जबरदस्ती पकड़ने का वीडियो किसी ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। दरोगा रामलाल सोनकर का कहना है कि अस्पताल के सामने ग्राम समाज की भूमि पर कब्जे की शिकायत पर एसडीएम बिलग्राम के आदेश पर गया था।
चरन सिंह ने पुलिस अधीक्षक को दिए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया था कि रात्रि शराबके नशे में मेरे घर में घुसकर दरोगा राम लाल सोनकर और एक सिपाही ने मुझे व मेरी पत्नी को गाली गलौज कर मारपीट की और जेब से दस हजार रुपये से आधिक पड़े थे निकाल लिए। ज़ब कि जमीन पर कब्जे का आरोप बेबुनियाद है। पीड़ित ने मामले में न्याय की गुहार पुलिस अधीक्षक से लगाई है। ASP नृपेंद्र कुमार ने बताया कि ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा किए जाने की शिकायत को लेकर पुलिस वहां गई थी। मामले की जांच की जा रही है।