भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया जब पाकिस्तान की ओर से एक साथ आठ मिसाइलें दागी गईं। भारतीय डिफेंस यूनिट्स ने अपनी कड़ी सतर्कता और अत्याधुनिक तकनीक के दम पर सभी मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया। रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत पूरी तरह तैयार है और हर खतरे का जवाब देने में सक्षम है।
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भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में फिर से तनाव की चिंगारी भड़क उठी है। शुक्रवार देर रात पाकिस्तान ने भारतीय सीमावर्ती इलाकों की ओर एक साथ 8 मिसाइलें दाग दीं, जिससे दोनों देशों के बीच सैन्य गतिविधियों में उबाल आ गया। लेकिन भारतीय डिफेंस यूनिट्स की सतर्कता और एयर डिफेंस टेक्नोलॉजी के दम पर सभी मिसाइलों को हवा में ही इंटरसेप्ट कर नष्ट कर दिया गया, जिससे किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान से बचाव हो सका।
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने तुरंत प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि कोई भी मिसाइल लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकी और देश की सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगी। अधिकारियों ने इस हरकत को पाकिस्तान की “उकसावे की नीति” करार दिया, जिसका भारत पूरी गंभीरता से जवाब देगा।
विशेषज्ञों के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से की गई यह हरकत भीतरू राजनीतिक दबाव और अंतरराष्ट्रीय ध्यान भटकाने की कोशिश हो सकती है। कश्मीर और अन्य मुद्दों पर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अलग-थलग पड़ते पाकिस्तान ने एक बार फिर सीमा पार सैन्य कार्रवाई का प्रयास कर भारत को उकसाने की कोशिश की है। हालांकि भारत ने इस हमले का कूटनीतिक और सैन्य दोनों मोर्चों पर ठोस जवाब देने का संकेत दे दिया है।
इस घटना के बाद भारत की एयर डिफेंस सिस्टम, जिसमें S-400, आकाश मिसाइल सिस्टम, और स्वदेशी रडार प्रणाली शामिल है, की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना हो रही है। भारत की सेना ने यह दिखा दिया कि किसी भी आकस्मिक हमले से निपटने के लिए तैयारी और रणनीति दोनों मजबूत हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठकें कीं और सेना को कड़ी निगरानी और जवाबी रणनीति तैयार रखने के निर्देश दिए। विपक्षी नेताओं ने भी इस मुद्दे पर सरकार को पूरा समर्थन देने की बात कही है। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त को तलब कर इस गंभीर उल्लंघन पर कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
भारत सरकार ने सीमावर्ती इलाकों के नागरिकों को सतर्क रहने की अपील की है और स्थानीय प्रशासन को आवश्यक सुरक्षा इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। इस तरह की घटनाएं दोनों देशों के बीच पहले भी हो चुकी हैं, लेकिन भारत की मजबूत जवाबदेही और सैन्य दक्षता ने हर बार देश को सुरक्षित रखा है।