भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव एक बार फिर चरम पर है क्योंकि पाकिस्तान ने लगातार 9वीं रात सीज़फायर का उल्लंघन किया। भारतीय सेना ने तुरंत और सटीक जवाबी कार्रवाई की, जिससे सीमा पर तनाव और बढ़ गया है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, भारत की सुरक्षा में कोई समझौता नहीं किया जाएगा और हर नापाक हरकत का जवाब ज़रूरी रूप से मिलेगा।
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भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनावपूर्ण हालात बनते जा रहे हैं। बीते नौ दिनों से पाकिस्तान द्वारा लगातार सीज़फायर उल्लंघन की घटनाएं दर्ज की जा रही हैं। शुक्रवार रात को भी एलओसी (LoC) के कई सेक्टरों में पाकिस्तानी सेना ने अकारण गोलीबारी की, जिसमें नागरिक इलाकों को भी निशाना बनाया गया। भारतीय सेना ने इस उकसावे का तुरंत और सटीक जवाब देते हुए पाक चौकियों पर भारी गोलीबारी की।
पाकिस्तान की इस हरकत को लेकर भारत ने साफ कर दिया है कि हर उल्लंघन का जवाब दिया जाएगा। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की सेना आतंकियों को भारतीय सीमा में घुसपैठ कराने के प्रयास कर रही है, और यह सीज़फायर उल्लंघन उसी योजना का हिस्सा है।
भारतीय सेना की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान की कई अग्रिम चौकियों को नुकसान हुआ है। भारतीय सेना ने कहा कि वह केवल उकसावे के जवाब में कार्रवाई करती है, लेकिन पाकिस्तान की ओर से बार-बार हो रही गोलीबारी को अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय सेना के प्रवक्ता ने कहा, “हम शांति चाहते हैं लेकिन कमजोरी नहीं दिखाएंगे। हमारे जवान हर परिस्थिति के लिए तैयार हैं और देश की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
एलओसी से सटे गांवों में घरों को खाली कराया जा रहा है, और बंकरों में लोगों को रहने की सलाह दी गई है। स्थानीय प्रशासन और सेना मिलकर नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर आवश्यक कदम उठा रहे हैं। राहत शिविर भी बनाए जा रहे हैं ताकि लोगों को खाने-पीने और रहने में कोई परेशानी न हो।
भारत इस मामले को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाने की तैयारी में है, खासकर संयुक्त राष्ट्र और अन्य रक्षा मंचों पर, जहां पाकिस्तान की सीज़फायर उल्लंघन और आतंकवाद को समर्थन देने की नीति को उजागर किया जाएगा। भारत लगातार यह कहता रहा है कि शांति तब ही संभव है जब पाकिस्तान अपनी जमीन से आतंक को समर्थन देना बंद करे।
इस घटना को लेकर भारत में सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने एक सुर में भारतीय सेना के साहस और जवाबी कार्रवाई की सराहना की है। विपक्षी नेताओं ने भी पाकिस्तान को चेतावनी दी कि भारत की सहनशीलता को उसकी कमजोरी न समझे।