हिमाचल के धर्मशाला जिले में आर्थिक तंगी ने पति-पत्नी की जान ले ली। धर्मशाला जिले के ग्राम पंचायत रक्कड़ के वार्ड नंबर एक में गुरुवार शाम आर्थिक तंगी के चलते पहले पत्नी ने आत्महत्या कर ली, जबकि उसी रात को पति ने भी फंदा लगाकर अपनी जान दे दी।
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शिमला।हिमाचल के धर्मशाला जिले में आर्थिक तंगी ने पति-पत्नी की जान ले ली। धर्मशाला जिले के ग्राम पंचायत रक्कड़ के वार्ड नंबर एक में गुरुवार शाम आर्थिक तंगी के चलते पहले पत्नी ने आत्महत्या कर ली, जबकि उसी रात को पति ने भी फंदा लगाकर अपनी जान दे दी।
मृतकों की पहचान विक्रम थापा और करुणा थापा निवासी रक्कड़ धर्मशाला के रूप में हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद आत्महत्या के लिए उकसाने वाले दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
कुछ साल पहले विक्रम थापा ने अपनी पत्नी करुणा थापा के नाम से मरीन सिक्योरिटी कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाई थी। दोनों की कंपनी अच्छी चल रही थी। कुछ समय बाद उन्होंने कंपनी के संचालन का जिम्मा उत्तम चंद निवासी सिद्धबाड़ी धर्मशाला और केरल राज्य के निवासी जेपी बेबी को दिया। शुरुआत में सब ठीक रहा, लेकिन बाद में इन लोगों ने एक अलग कंपनी बना ली।
जिसे दी जिम्मेदारी उसी ने दिया धोखा
इसके बाद मुख्य कंपनी को आने वाले काम अपनी कंपनी से करवाने लगे। विक्रम थापा की कंपनी को खत्म कर दिया। इसके चलते विक्रम और करुणा का परिवार बहुत आर्थिक तंगी से गुजर रहा था।
विक्रम थापा ने उत्तम चंद और जेपी बेबी को मौत का कारण बताते हुए खुद भी आत्महत्या कर ली। विक्रम थापा के बयान और सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।