गुरुग्राम के एक प्राइवेट अस्पताल में ICU में भर्ती एयर होस्टेस ने यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता का कहना है कि घटना इलाज के दौरान हुई, जबकि अस्पताल प्रशासन ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल की जा रही है।
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गुरुग्राम – साइबर सिटी कहे जाने वाले गुरुग्राम में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक निजी अस्पताल में ICU में भर्ती एयर होस्टेस ने यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है। इस मामले ने स्वास्थ्य और सुरक्षा दोनों पहलुओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, 26 वर्षीय महिला एयर होस्टेस कुछ दिन पहले एक निजी अस्पताल में स्वास्थ्य संबंधी परेशानी के चलते भर्ती हुई थीं। उन्हें ICU में शिफ्ट किया गया, जहां उनका इलाज चल रहा था। पीड़िता का आरोप है कि इसी दौरान ICU में उसके साथ एक पुरुष स्टाफ द्वारा यौन शोषण किया गया।
महिला का कहना है कि जब वह अर्ध-बेहोशी की हालत में थीं, तब किसी ने उनके शरीर को अनुचित तरीके से छूने की कोशिश की। होश में आने पर उन्होंने परिवार को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस को तुरंत सूचना दी गई।
गुरुग्राम पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए FIR दर्ज कर ली है और अस्पताल के CCTV फुटेज को खंगाला जा रहा है। पुलिस के अनुसार,
“मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी सबूत जुटाए जा रहे हैं। ICU में मौजूद सभी स्टाफ से पूछताछ की जा रही है और तकनीकी विश्लेषण जारी है।”
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अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन एक संदिग्ध नर्सिंग स्टाफ को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
अस्पताल प्रशासन ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं। अस्पताल के प्रवक्ता ने कहा:
“हमारे पास ICU में सख्त प्रोटोकॉल है। सीसीटीवी निगरानी होती है, और स्टाफ पूरी ट्रेनिंग के साथ ड्यूटी करता है। फिर भी हम पुलिस जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं।”
प्रशासन ने यह भी दावा किया है कि पीड़िता के इलाज में कोई लापरवाही नहीं हुई और सुरक्षा मानकों का पालन किया गया।
पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रशासन ने पहले तो मामले को दबाने की कोशिश की।
“हमने तुरंत प्रशासन से संपर्क किया लेकिन उन्होंने हमें गंभीरता से नहीं लिया। जब हमने पुलिस को बताया, तब जाकर हलचल मची,” पीड़िता की बहन ने मीडिया से बातचीत में कहा।
परिजन चाहते हैं कि आरोपी को सख्त सजा मिले और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
यह मामला सिर्फ एक महिला के साथ अन्याय का नहीं, बल्कि अस्पतालों में मरीजों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाता है। ICU जैसी जगह जहां मरीज नाजुक स्थिति में होते हैं, वहां इस तरह की घटनाएं होना चिकित्सा नैतिकता की भी अवहेलना है।
महिला आयोग ने भी मामले का संज्ञान लिया है और जल्द ही अस्पताल से रिपोर्ट मांगी जाएगी।
जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया पर फैली, लोगों में आक्रोश फैल गया। ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर #JusticeForAirHostess, #GurugramICU, #HospitalSafety और #WomenSafetyInHospitals जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि अगर ICU जैसी संवेदनशील जगह सुरक्षित नहीं है, तो आम मरीजों का क्या होगा?