सिलक्यारा टनल में रेस्क्यू अभियान का सोमवार को 17 वां दिन है। रेस्क्यू अभियान युद्धस्तर पर जारी है। अब टनल के भीतर मैनुअली काम हो रहा है। साथ ही टनल के ऊपरी छोर पर भी वर्टिकल ड्रिलिंग चल रही है। टनल में फंसी 41 ज़िंदगी को बचाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। रेस्क्यू टीम ने अब एक साथ पांच प्लान पर काम करना शुरू कर दिया है।
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उत्तरकाशी। सिलक्यारा टनल में रेस्क्यू अभियान का सोमवार को 17 वां दिन है। रेस्क्यू अभियान युद्धस्तर पर जारी है। अब टनल के भीतर मैनुअली काम हो रहा है। साथ ही टनल के ऊपरी छोर पर भी वर्टिकल ड्रिलिंग चल रही है। टनल में फंसी 41 ज़िंदगी को बचाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। रेस्क्यू टीम ने अब एक साथ पांच प्लान पर काम करना शुरू कर दिया है।
प्लान 01-सिलक्यारा की तरफ से आठ सौ एमएम की पाइप में फंसी ऑगर मशीन को निकाली गई। इसके बाद आगे की खुदाई मैनुअल तरीके से होगी। प्लान 02-बड़कोट छोर की ओर से टीएचडीसी ने चार ब्लॉस्ट कर 10.7 मीटर अंदर तक बनाया रास्ता। यहां दो मीटर चौड़ाई का पाइप 483 मीटर तक बिछाया जाना है। प्लान 03- SjVNL ने सुरंग के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग कर एक मीटर चौड़ा पाइप 29 मीटर तक पहुंचाया। सुरंग के ऊपर से कुल 86 मीटर पाइप किया जाना है ड्रिल।
प्लान 04- RVNL भी सुरंग के ऊपर एक अन्य जगह पर वर्टिकल ड्रिलिंग कर रास्ता बनाएगी। इसके लिए मशीनें पहुंच गई हैं और अब मशीनों के लिए प्लेटफार्म बनाया जा रहा है। प्लान 05-बड़कोट की तरफ से वर्टिकल ड्रिलिंग को ONGC ने फील्ड सर्वे किया पूरा। BRO ने मशीनों को पहुंचाने के लिए 975 मीटर सड़क तैयार की है।