Drugs paddler arrested by Gonda police:उत्तर-प्रदेश के गोंडा जिले में जनपद पुलिस और स्वाट टीम ने एक बड़ा कारनामा कर दिखाया है,भारत मे बैठकर अमेरिका और ब्रिटेन में करोड़ो की नशीली दवाओं का कारोबार कर रहे अन्तर्राष्ट्रीय साइबर फ्रॉड गैंग का गोंडा पुलिस ने खुलासा करने में सफलता पाई है , नशीली दवाओं का कारोबार करने वाले दो सगे भाइयों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है,ये ऑनलाइन कारोबार करते थे,पहले ऐप के माध्यम से डेटा बेस तैयार कर स्काई पे और अन्य माध्यमों से ड्रग डीलर से बातचीत करते उसके बाद फर्जी वर्चुअल आईडी बनाकर अमेरिका और यूके के लोगो को ठगते थे
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Gonda news:उत्तर-प्रदेश के गोंडा जिले में जनपद पुलिस और स्वाट टीम ने एक बड़ा कारनामा कर दिखाया है,भारत मे बैठकर अमेरिका और ब्रिटेन में करोड़ो की नशीली दवाओं का कारोबार कर रहे अन्तर्राष्ट्रीय साइबर फ्रॉड गैंग का गोंडा पुलिस ने खुलासा करने में सफलता पाई है,नशीली दवाओं का कारोबार करने वाले दो सगे भाइयों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है,ये ऑनलाइन कारोबार करते थे,पहले ऐप के माध्यम से डेटा बेस तैयार कर स्काई पे और अन्य माध्यमों से ड्रग डीलर से बातचीत करते उसके बाद फर्जी वर्चुअल आईडी बनाकर अमेरिका और यूके के लोगो को ठगते थे
कम उम्र में जल्द अमीर बनने की चाह ने इन्हे साइबर क्राइम जैसे धंधे में धकेल दिया,ये शातिर ठग खुद को अमेरिकी डीलर बताकर नशीली दवाओं का काला कारोबार कर रहे थे. 3 साल में ही इन लोगों ने 5 करोड़ से अधिक मूल्य की प्रतिबंधित नशीली दवाओं का ऑनलाइन व्यापार कर लिया और करोड़ों रुपए कमा लिए
पुलिस के मुताबिक गोंडा में बैठकर दो सगे भाइयों अब्दुल बारी और अब्दुल हादी ने गोमती नगर के रहने वाले अपने मित्र विशाल श्रीवास्तव के साथ मिलकर अमेरिका और यूके में बड़ा मार्केट तैयार कर लिया था. लोकल वेंडर्स के जरिए यह लोग नशीली दवाओं की सप्लाई करते थे और पैसे कमाते थे. जो भी ऑनलाइन व्यापार विदेशी कस्टमर्स द्वारा किया जाता था, उसका पैसा पे पाल, मनीग्राम वेस्टर्न यूनियन और क्रिप्टो करेंसी के जरिए भारत में मौजूद लोगों के खाते में भेजा जाता था.