कैंची धाम के 60वें स्थापना दिवस पर शनिवार की सुबह से ही नीब करौरी बाबा के दरबार में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। कैंची मेले में एक दिन पहले ही करीब 10 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। कैंची धाम में सुबह 5.30 बजे बाबा नीब करौरी महाराज को भोग लगाया गया । इस बार 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। अभी तक पांच हजार से अधिक लोग प्रसाद लेकर लौट चुके हैं।
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नैनीताल। कैंची धाम के 60वें स्थापना दिवस पर शनिवार की सुबह से ही नीब करौरी बाबा के दरबार में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। कैंची मेले में एक दिन पहले ही करीब 10 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। कैंची धाम में सुबह 5.30 बजे बाबा नीब करौरी महाराज को भोग लगाया गया । इस बार 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। अभी तक पांच हजार से अधिक लोग प्रसाद लेकर लौट चुके हैं।
बाबा के जयकारों से कैंची धाम गूंज उठा है। कैंची धाम के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में भक्तों की काफी भीड़ लगी रही। नैनीताल स्थित कैंची धाम भक्तों के जयकारों से गूंज उठा। भक्त सवेरे तीन बजे से लंबी कतार में लगकर बाबा नीब करोरी के दर्शन को बेताब दिखे। लगभग ढाई लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद की जा रही है। भक्त लंबी-लंबी कतारों में बाबा के दर्शन करने को पहुंचे हैं।
सुरक्षा को लेकर पुलिस की टीम भी चप्पे-चप्पे पर तैनात है। उत्तराखंड में नैनीताल से 18 किलोमीटर दूर सिप्रा नदी के तट पर कैंची गांव में धाम है जहां एक छोटा सा मंदिर बनाया गया था। आज उस मंदिर का स्वरूप मान्यताओं और चमत्कारों के चलते भव्य हो चुका है। दिल्ली से अल्मोड़ा जाने वाले राजमार्ग पर वैली में बने इस मंदिर को आध्यात्म का गढ़ माना जाता है।