पूर्व BJP बंगाल प्रमुख दिलीप घोष ने 60 वर्ष की उम्र में पार्टी कार्यकर्ता रिंकू मजूमदार से शादी कर सभी को चौंका दिया। यह शादी एक निजी समारोह में संपन्न हुई, जिसमें करीबी लोग ही शामिल हुए। सोशल मीडिया पर इस खबर ने खासा ध्यान खींचा, जहां नेताओं और आम जनता की ओर से उन्हें बधाइयाँ दी जा रही हैं।
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दिलीप घोष ने की शादी: बंगाल बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष ने 60 की उम्र में रचाई ब्याह, साथी बनीं पार्टी कार्यकर्ता रिंकू मजूमदार
भारतीय राजनीति में अक्सर सियासी बयानबाज़ी और नीतिगत फैसलों की चर्चा होती है, लेकिन इस बार राजनीति की गलियों से एक व्यक्तिगत और भावनात्मक खबर सामने आई है। पूर्व बीजेपी बंगाल प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने 60 साल की उम्र में दूसरी पारी की शुरुआत करते हुए पार्टी कार्यकर्ता रिंकू मजूमदार से विवाह कर लिया है। यह शादी बेहद सादगीपूर्ण तरीके से एक निजी समारोह में संपन्न हुई।
दिलीप घोष को बंगाल की राजनीति में एक तेजतर्रार और विवादों से घिरे नेता के रूप में जाना जाता है। लंबे समय से पार्टी के लिए समर्पित रहने वाले घोष को पार्टी के अंदर और बाहर एक बेबाक नेता के रूप में पहचान मिली है। वहीं, रिंकू मजूमदार भी एक सक्रिय BJP कार्यकर्ता रही हैं और कई सामाजिक कार्यों में भागीदारी निभा चुकी हैं। दोनों के बीच लंबे समय से राजनीतिक और सामाजिक जुड़ाव रहा।
उनके करीबियों का कहना है कि यह रिश्ता परिपक्वता, समझदारी और समान मूल्यों पर आधारित है, जो राजनीति से अलग एक व्यक्तिगत स्तर पर जुड़ाव को दर्शाता है।
इस शादी का आयोजन बेहद निजी तरीके से किया गया, जहां केवल कुछ खास रिश्तेदार और नजदीकी दोस्त मौजूद थे। कोई बड़ा राजनीतिक तमाशा नहीं हुआ, न ही किसी तरह का सार्वजनिक प्रदर्शन किया गया।
शादी के बाद दिलीप घोष ने एक संक्षिप्त प्रेस बयान में कहा:
“यह मेरा निजी निर्णय है। मैं हमेशा से विश्वास करता हूं कि जीवन के हर पड़ाव पर साथी का होना जरूरी है। मैं रिंकू के साथ अपने जीवन के नए अध्याय की शुरुआत कर रहा हूं और सभी से शुभकामनाएं चाहता हूं।”
इस शादी की खबर सामने आते ही राजनीतिक हलकों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। जहां बीजेपी के कई नेताओं ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं, वहीं विपक्षी दलों ने भी इसे व्यक्तिगत मामला बताते हुए कोई विवाद नहीं उठाया।
राज्यसभा सांसद स्वप्न दासगुप्ता ने ट्वीट कर कहा:
“दिलीप दा को नई शुरुआत की बहुत-बहुत बधाई। यह साहस और आत्मविश्वास की मिसाल है।”
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इस खबर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी खासा ध्यान खींचा। फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर दिलीप घोष और रिंकू मजूमदार की तस्वीरें वायरल हो गईं। कई युवा नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस जोड़ी को “inspiration beyond age” बताया।
लोगों ने इस विवाह को एक उदाहरण बताया कि उम्र कभी भी जीवन की नई शुरुआत में बाधा नहीं होती।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह विवाह दिलीप घोष की “मजबूत, भावनात्मक और पारिवारिक छवि” को उजागर करता है। कई बार विपक्षी दलों द्वारा उन पर कट्टर बयानबाज़ी और आक्रामक राजनीति के आरोप लगाए जाते हैं। यह शादी एक सौम्य और संवेदनशील पहलू को सामने लाती है, जिससे उनके जनमानस में नई छवि उभर सकती है।
दिलीप घोष की यह शादी न सिर्फ उनकी व्यक्तिगत जिंदगी में बड़ा बदलाव है, बल्कि यह उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है जो मानते हैं कि जीवन की दूसरी पारी किसी भी उम्र में शुरू की जा सकती है। रिंकू मजूमदार के साथ उनका यह नया अध्याय न सिर्फ एक राजनीतिक जोड़ी के रूप में देखा जा रहा है, बल्कि एक सकारात्मक, भावनात्मक और सामाजिक उदाहरण के तौर पर भी चर्चा में है।