दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बैसाखी के अवसर पर आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने जनता को बैसाखी की शुभकामनाएं दीं और एकता, भाईचारे व विकास पर बल दिया। रेखा गुप्ता का यह कदम दिल्ली की राजनीति में सौहार्द और सांस्कृतिक जुड़ाव को मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
Updated Date
दिल्ली की राजनीति (Delhi Politics) में आज एक खास दिन देखने को मिला जब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (CM Rekha Gupta) ने बैसाखी (Baisakhi Festival) के पावन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। यह आयोजन दिल्ली के एक प्रमुख गुरुद्वारे (Gurudwara) में संपन्न हुआ, जहां हजारों श्रद्धालु मौजूद थे।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बैसाखी की बधाई देते हुए कहा कि यह पर्व न केवल किसानों के लिए एक नई फसल की खुशी का प्रतीक है, बल्कि भाईचारे (Brotherhood), समृद्धि (Prosperity) और एकता (Unity) का भी संदेश देता है। उन्होंने गुरुद्वारा परिसर में जाकर मत्था टेका और श्रद्धालुओं के साथ लंगर सेवा में भी भाग लिया।
रेखा गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि दिल्ली एक विविधताओं से भरा शहर है, और यहां के हर त्योहार को पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार सभी समुदायों के सांस्कृतिक आयोजनों को प्रोत्साहित करने और उनमें भागीदारी के लिए प्रतिबद्ध है।
बैसाखी के इस शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री ने दिल्लीवासियों (Delhiites) को विकास, प्रेम और भाईचारे के मार्ग पर आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने यह भी जोर दिया कि किसानों (Farmers) का योगदान देश की रीढ़ है और हमें उनके प्रति सदैव कृतज्ञ रहना चाहिए।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सिख समुदाय (Sikh Community) के लोग, सामाजिक संगठन (Social Organizations) के प्रतिनिधि और राजनीतिक नेता भी मौजूद थे। सभी ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की पहल का स्वागत किया और इसे सांप्रदायिक सौहार्द बढ़ाने वाला कदम बताया।
बैसाखी कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी हुईं। भांगड़ा (Bhangra) और गिद्धा (Giddha) जैसे पारंपरिक नृत्य रूपों ने माहौल को जीवंत कर दिया। मुख्यमंत्री ने कलाकारों का उत्साह बढ़ाया और उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं।
रेखा गुप्ता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी सरकार सभी धर्मों और समुदायों के साथ समान व्यवहार करने में विश्वास रखती है। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि आने वाले समय में दिल्ली में सांस्कृतिक महोत्सवों (Cultural Festivals) का आयोजन और ज्यादा बड़े स्तर पर किया जाएगा ताकि विविधता में एकता (Unity in Diversity) का संदेश और भी मजबूत हो।
बैसाखी के इस आयोजन को दिल्ली की राजनीति में एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है। इससे न केवल मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की लोकप्रियता को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि दिल्ली में सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे की भावना को भी मजबूती मिलेगी।
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार (Delhi Government) हर धर्म और संस्कृति का सम्मान करती है और राज्य में अमन-चैन बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करती रहेगी।
रेखा गुप्ता की इस पहल ने यह भी दिखाया कि राजनीति केवल सत्ता तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के हर वर्ग से जुड़ाव और उनकी परंपराओं के सम्मान में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। बैसाखी जैसे पर्वों में उनकी भागीदारी ने आम लोगों के बीच एक सकारात्मक संदेश भेजा है।
दिल्ली में बैसाखी समारोह को लेकर लोगों में भारी उत्साह था। गुरुद्वारों को भव्य रूप से सजाया गया था और विभिन्न स्थानों पर लंगर सेवा का आयोजन किया गया था। पूरे शहर में एक उल्लासपूर्ण माहौल देखा गया।
इस कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री ने न केवल एक त्योहार को मनाया बल्कि एक राजनीतिक संदेश भी दिया कि उनकी सरकार सबको साथ लेकर चलने में विश्वास करती है। इससे आने वाले चुनावों में भी उन्हें लाभ मिलने की संभावना जताई जा रही है।
बैसाखी के इस रंगारंग कार्यक्रम ने दिल्ली को एक बार फिर भाईचारे और प्रेम का संदेश दिया, और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इसमें अपनी मजबूत उपस्थिति से सबका दिल जीत लिया।