उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कानपुर में शहीद शुभम द्विवेदी के घर पहुंचे और शोकसंतप्त परिवार को ढांढस बंधाया। उन्होंने परिजनों को हरसंभव सहायता देने का वादा किया और कहा कि शुभम का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। इस दौरान स्थानीय प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री ने सुरक्षा व्यवस्था की भी समीक्षा की।
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कानपुर के वीर पुत्र शुभम द्विवेदी की शहादत ने पूरे उत्तर प्रदेश को शोक में डुबो दिया है। ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद के परिवार से मिलने का निर्णय लेकर संवेदनशीलता का परिचय दिया। मुख्यमंत्री आज सुबह कानपुर पहुंचे और शहीद के घर जाकर परिजनों से मुलाकात की। उनके चेहरे पर पीड़ा और आंखों में नम आंसू थे, जो दर्शाता है कि सरकार अपने हर नागरिक के दुःख में उनके साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि “शुभम का बलिदान कभी भुलाया नहीं जाएगा। प्रदेश और देश को उन पर गर्व है।” उन्होंने परिजनों को ₹50 लाख की आर्थिक सहायता, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और शहीद के नाम पर एक स्मारक निर्माण की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने कानपुर पुलिस प्रशासन और जिलाधिकारी से भी रिपोर्ट तलब की और मामले से जुड़े सभी पहलुओं की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री की मौजूदगी में पूरे गाँव में भावुक माहौल देखने को मिला। शुभम के पिता और माता ने योगी आदित्यनाथ को बताया कि शुभम देशभक्ति से ओतप्रोत था और बचपन से ही भारतीय सेना या पुलिस में शामिल होने का सपना देखता था। CM Yogi ने उनकी बातों को ध्यानपूर्वक सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार ऐसे वीर जवानों की कुर्बानी को कभी नहीं भूलेगी।
मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहीद के सम्मान में पूरे क्षेत्र को विकसित किया जाए और उसकी याद को संजोने के लिए स्थायी संरचना या स्कूल का निर्माण किया जाए, ताकि आने वाली पीढ़ियां भी उनके बलिदान को याद रख सकें।
CM Yogi ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि शुभम की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। “हमारे जवानों की कुर्बानी का जवाब आतंकियों और असामाजिक तत्वों को उसी भाषा में दिया जाएगा जो वे समझते हैं।” उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था को लेकर सख्त है और जो भी राज्य की शांति भंग करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
योगी आदित्यनाथ ने आम जनता से अपील की कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाई जाए, सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं और इंटेलिजेंस नेटवर्क को सक्रिय किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार “जनता की सुरक्षा” के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और सभी जवानों को बेहतर संसाधन, प्रशिक्षण और मनोबल देने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है।