उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत-पाकिस्तान तनाव को लेकर एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि भारत की ताकत को हल्के में लेना भारी भूल होगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानियों से पूछो ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत क्या होती है। यह बयान भारत की सैन्य शक्ति और आत्मविश्वास को दर्शाता है, जो देश को किसी भी आतंकी या सीमापार हमले का जवाब देने के लिए तैयार रखता है।
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भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक कड़ा और प्रभावशाली बयान दिया है। एक जनसभा को संबोधित करते हुए योगी ने कहा, “भारत को कमजोर मत समझो, पाकिस्तानियों से पूछो ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत क्या होती है।” उनके इस बयान ने देशवासियों में उत्साह भर दिया और सोशल मीडिया पर भी यह तेजी से वायरल हो गया।
भारत की सैन्य क्षमता को लेकर जब-जब सवाल उठे हैं, तब-तब देश के नेता और सेना ने यह साबित किया है कि भारत सिर्फ शांति का पक्षधर नहीं, बल्कि जरूरत पड़ने पर जवाब देने में भी सक्षम है। योगी आदित्यनाथ ने भी इसी भावना को आगे बढ़ाते हुए यह स्पष्ट कर दिया कि भारत अब पुराना भारत नहीं रहा।
योगी के बयान में जिस मिसाइल का जिक्र किया गया, वह है ब्रह्मोस मिसाइल, जिसे भारत और रूस ने मिलकर विकसित किया है। यह दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक मानी जाती है। इस मिसाइल की पहुंच और सटीकता ने भारत को सैन्य क्षेत्र में एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।
सीएम योगी का इशारा यह था कि पाकिस्तान को बार-बार चेतावनी देने की आवश्यकता नहीं है, भारत में ऐसी तकनीकी और सैन्य ताकत है जो किसी भी हमले का माकूल जवाब दे सकती है। उनका यह बयान देश की आत्मनिर्भर सैन्य शक्ति और राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक बन गया है।
योगी आदित्यनाथ के इस बयान पर विपक्षी दलों ने जहां राजनीतिक बयानबाजी का आरोप लगाया, वहीं बड़ी संख्या में लोगों ने इसे भारत की सैन्य गरिमा और दृढ़ता का प्रतीक बताया। सोशल मीडिया पर ‘BrahMos’ और ‘CM Yogi’ ट्रेंड करने लगे। खासतौर पर युवा वर्ग ने योगी के इस बयान को देशभक्ति और आत्मसम्मान से जोड़ा।
यह बयान ऐसे समय पर आया है जब सीमापार से लगातार उकसावे की कार्रवाई देखने को मिल रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी का यह बयान न केवल एक राजनीतिक संदेश था बल्कि यह देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और आत्मरक्षा नीति को भी प्रतिबिंबित करता है।
पिछले कुछ वर्षों में भारत ने अपनी सैन्य नीति में स्पष्ट परिवर्तन किया है। अब जवाबी कार्रवाई में देर नहीं की जाती। सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक, और ब्रह्मोस मिसाइल जैसी रणनीतिक कार्रवाइयों ने साबित कर दिया है कि भारत अब ‘नई सोच और नए भारत’ की राह पर है। योगी आदित्यनाथ का बयान भी इसी विचारधारा का हिस्सा है।
भारत ने अपने रक्षा क्षेत्र को लगातार सशक्त किया है, और रक्षा सौदों के साथ-साथ Make in India के तहत देश में भी सैन्य उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे भारत आत्मनिर्भर बन रहा है और सीमापार से आने वाले खतरे अब डर का कारण नहीं बल्कि जवाब का अवसर बनते जा रहे हैं।